हिमाचल प्रदेश के सोलन में भाजपा के हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली और सिंगर रॉकी मित्तल के खिलाफ दायर गैंगरेप के मामले में नया मोड़ सामने आया है। सूत्रों के अनुसार सोलन पुलिस ने कोर्ट में इस मामले की एफआईआर रद्द करने की अर्जी दी है, और अब यह मामला राजनीतिक हलकों में काफी चर्चा का विषय बन गया है।
क्या है पूरा मामला?
दिल्ली की एक महिला ने आरोप लगाया था कि उसे कसौली के एक सरकारी होटल में नशे का सेवन कराया गया और फिर उसके साथ दुष्कर्म किया गया। महिला ने आरोप लगाया कि रॉकी मित्तल ने उसे अपनी एल्बम में अभिनेत्री बनाने और मोहन लाल बड़ौली ने सरकारी नौकरी दिलवाने का झांसा दिया था। आरोपों के अनुसार, इसके बाद महिला की अश्लील तस्वीरें और वीडियो बनाए गए और उसे धमकाकर कमरे से बाहर कर दिया गया।
जांच में क्या हुआ?
सोलन पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धारा 376D और 506 के तहत एफआईआर दर्ज की थी, लेकिन जांच में आरोपों का कोई ठोस प्रमाण नहीं मिल पाया है। महिला ने मेडिकल जांच कराने से भी इनकार कर दिया था, जिससे मामले की स्थिति कमजोर हो गई।
राजनीतिक तूल
इस मामले के राजनीतिक निहितार्थ भी हैं। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है, जबकि बड़ौली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हैं। मामले की गंभीरता उस वक्त और बढ़ी जब बड़ौली ने अपने घर पर कार्यकर्ताओं से मुलाकात बंद कर दी थी, जिसके बाद मामले ने राजनीतिक रंग ले लिया। बड़ौली ने इसे राजनीतिक साजिश करार दिया है, जिससे हरियाणा की राजनीति में भी हलचल मच गई है।