Hisar के हांसी में नगर परिषद(Nagar Parishad) की चेयरमैन प्रत्याशी रही मीनू सेठी(chairman candidate Meenu Sethi) को यूपी पुलिस ने गिरफ्तार(UP police arrest) किया है। मीनू सेठी हांसी के समाजसेवी मदन मोहन सेठी की पत्नी हैं। उनके साथ उनके बेटे, गनमैन और एक अन्य व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है कि करीब एक करोड़ की बकाया रकम(1 crore outstanding) को लेकर एफआईआर की गई है।
बता दें कि मदन मोहन सेठी जो एक व्यापारी हैं, ने यूपी के बिलासपुर से लगभग पौने दो करोड़ रुपये की धान खरीदी थी। इसमें से कुछ पैसे उन्होंने चुका दिए थे, लेकिन अभी भी एक करोड़ सात लाख रुपये की रकम बकाया थी। बिलासपुर के व्यापारी बार-बार मदन मोहन सेठी से अपने बकाया पैसे मांग रहे थे, लेकिन उन्हें पैसे नहीं मिल रहे थे। विवाद को सुलझाने के लिए बिलासपुर के व्यापारियों ने मीनू सेठी के बेटे को फोन कर कहा कि यहां बिलासपुर में एक व्यापारी है, जो तीन से चार करोड़ की धान बेचना चाहता है। अगर धान खरीदनी है तो बिलासपुर आ जाओ। इस पर मीनू सेठी, उनका बेटा, गनमैन और एक अन्य व्यक्ति बिलासपुर पहुंचे।
जब मीनू सेठी और उनका परिवार बिलासपुर पहुंचे, तो व्यापारियों ने पुलिस को मौके पर बुला लिया और मीनू सेठी, उनके बेटे, गनमैन और एक अन्य व्यक्ति को पुलिस के हवाले कर दिया। व्यापारियों ने पुलिस को बताया कि मदन मोहन सेठी से उनकी एक करोड़ सात लाख रुपये की बकाया राशि की मांग की जा रही थी, लेकिन उन्हें पैसे नहीं दिए गए थे। इसलिए उन्होंने मीनू सेठी को धोखे से बिलासपुर बुलाया और पुलिस को सूचित किया।
समाज में चर्चा का विषय बनी घटना
पुलिस ने व्यापारियों की शिकायत पर मीनू सेठी और उनके साथियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अब इस मामले की जांच कर रही है और देख रही है कि क्या वास्तव में कोई धोखाधड़ी हुई है या नहीं। घटना ने समाज में चर्चा का विषय बना दिया है। लोगों के बीच यह सवाल उठ रहा है कि क्या व्यापारिक विवाद को सुलझाने का यह सही तरीका था। इसके अलावा, नगर परिषद की चेयरमैन प्रत्याशी की इस तरह की गिरफ्तारी ने राजनीतिक हलकों में भी हलचल मचा दी है।