- हरियाणा के 6 जिलों के अस्पताल पीएम-जन आरोग्य योजना से बाहर, फर्जीवाड़े और धोखाधड़ी के गंभीर मामलों में कार्रवाई।
- 62 लाख से अधिक का जुर्माना, 2 अस्पतालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की सिफारिश, पैनल रद्द।
- स्वास्थ्य विभाग के एसीएस सुधीर राजपाल ने अपीलें खारिज कीं, अस्पतालों को ब्लैकलिस्ट किया गया।
Haryana removes 6 hospitals from PMJAY panel over fraud: हरियाणा में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PMJAY) के तहत फर्जीवाड़ा करने वाले निजी अस्पतालों पर सरकार ने कड़ा शिकंजा कस दिया है। स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के कुरुक्षेत्र, जींद, भिवानी, कैथल और महेंद्रगढ़ जिलों के 6 अस्पतालों को योजना के पैनल से बाहर कर दिया है। इनमें से दो अस्पतालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की सिफारिश भी की गई है। स्वास्थ्य विभाग ने कुल 62 लाख 94 हजार 770 रुपए के जुर्माने के नोटिस भी जारी किए हैं।
स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधीर राजपाल ने सभी अपीलों को खारिज करते हुए इन अस्पतालों को योजना से हटाने के आदेश दिए। जिन अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई हुई, उनमें प्रमुख रूप से फर्जी बिलिंग, अप-कोडिंग, अनावश्यक प्रक्रिया और सेवाएं ना देने के बावजूद दावा उठाना जैसे अपराध पाए गए।
जांच रिपोर्ट के मुताबिक अस्पतालों की गड़बड़ियां:
- भिवानी: मलिक मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा सेंटर ने एक ही केस में तीन अलग-अलग तरीके से फर्जीवाड़ा किया, 81,000 रुपए का जुर्माना।
- कुरुक्षेत्र: सिद्धार्थ हॉस्पिटल पर 56 संदिग्ध केस, 2.4 लाख का जुर्माना, अपील खारिज।
- महेंद्रगढ़: विजय हॉस्पिटल पर 285 पुष्ट धोखाधड़ी केस, 43 लाख से अधिक का जुर्माना और एफआईआर की सिफारिश।
- कैथल: सिग्नस सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल पर 6 दावों में धोखाधड़ी, 6 लाख से अधिक का जुर्माना।
- जींद: श्री ज्ञानी राम मेमोरियल चैरिटेबल हॉस्पिटल पर 4 फर्जी केस, 5.64 लाख का जुर्माना, एफआईआर की अनुशंसा।
स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट किया है कि फर्जीवाड़ा करने वाले अस्पतालों को बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही के साथ-साथ योजना से बाहर करने की सख्त कार्रवाई की जाएगी।