किसान बिजेंद्र की तेरहवीं पर गांव निजामपुर में भारी सुरक्षा बंदोबस्त, कमांडो और पुलिस की दर्जनों गाड़ियां तैनात
आम आदमी पार्टी प्रदेशाध्यक्ष सुशील गुप्ता परिजनों से मिलने पहुंचे, प्रशासन और पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए
परिजनों का आरोप: अब तक किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं, उल्टा हमें ही दबाने की कोशिश की जा रही है
JusticeForBijendra: हरियाणा के पानीपत जिले के गांव निजामपुर में किसान बिजेंद्र की हत्या के बाद सोमवार को उनकी तेरहवीं आयोजित की गई। लेकिन यह तेरहवीं एक सामान्य धार्मिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि सिस्टम के खिलाफ जनगर्जना बन गई। गांव में माहौल इतना तनावपूर्ण रहा कि प्रशासन ने इसे किले में तब्दील कर दिया।
सुबह से ही गांव की सीमाओं पर पुलिस की गाड़ियां, रैपिड एक्शन फोर्स और कमांडो यूनिट की तैनाती देखने को मिली। सुरक्षा ऐसी थी, मानो कोई VIP मूवमेंट हो रहा हो। लेकिन असल वजह थी तेरहवीं में आम आदमी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सुशील गुप्ता की मौजूदगी, जिन्होंने प्रशासन को खुली चुनौती दे दी।
सुशील गुप्ता ने परिजनों से मुलाकात कर कहा, “यह कोई मामूली मर्डर नहीं, यह सिस्टम द्वारा संरक्षित हत्या है। डीवीआर तक उतरवा लिए गए ताकि सबूत मिट जाएं। पुलिस ने अब तक एक भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया। आखिर किसे बचा रही है सरकार?”
उन्होंने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से सीधा सवाल किया कि क्या प्रदेश में न्याय केवल पैसे वालों के लिए है? क्या आम किसान को जीने का हक नहीं? गुप्ता बोले, “अगर इस केस में कार्रवाई नहीं हुई तो आम आदमी पार्टी हर गांव-हर गली से मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग उठाएगी।”
गुप्ता ने डाईंग डिक्लेरेशन का हवाला देते हुए कहा, “जिसे सुप्रीम कोर्ट तक मान्यता देता है, उसे पानीपत पुलिस अनदेखा कर रही है। आखिर क्यों?”
तेरहवीं में राजनीतिक और किसान संगठनों के कई नेता पहुंचे। सभी ने एकजुट होकर प्रशासन से कार्रवाई की मांग की। गांववालों ने मंच से ही कहा कि अगर इंसाफ नहीं मिला तो वो सड़क से विधानसभा तक आंदोलन करेंगे।
परिजनों ने बताया कि 13 दिन बीत गए लेकिन एक भी पुलिस या प्रशासनिक अधिकारी ने आकर सांत्वना तक नहीं दी। उनके मुताबिक, हत्यारे खुले घूम रहे हैं और सरकार उन्हें बचा रही है।
तेरहवीं के बीच गांव का माहौल आक्रोशित रहा। कई जगह किसानों ने “इंसाफ दो – इंसाफ दो” के नारे लगाए।