- पानीपत की सिम्मी शहरिया ने जॉर्डन में हुई 9वीं एशियाई सीनियर जुजूत्सु चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतकर भारत का नाम रोशन किया।
- सिम्मी मूल रूप से पठानकोट की रहने वाली हैं, लेकिन पिछले दो वर्षों से पानीपत के मॉडल टाउन में कोच संजीव तोमर की देखरेख में प्रशिक्षण ले रही हैं।
- इस पदक के साथ सिम्मी ने एशिया में तीसरी रैंकिंग हासिल कर ली और अब उनका अगला लक्ष्य जापान में होने वाले एशियन गेम्स में पदक जीतना है।
Simmi Shahriya Bronze Medal: हरियाणा के पानीपत शहर की सिम्मी शहरिया ने जॉर्डन की राजधानी अम्मान में आयोजित 9वीं एशियाई सीनियर जुजूत्सु चैंपियनशिप में भारत को ब्रॉन्ज मेडल (कांस्य पदक) दिलाकर ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। सिम्मी ने 70 किलोग्राम भार वर्ग में खेलते हुए तीसरी रैंकिंग प्राप्त की। वह मूल रूप से पठानकोट की रहने वाली हैं, लेकिन पिछले दो वर्षों से मॉडल टाउन, पानीपत में कोच संजीव तोमर के मार्गदर्शन में कठिन प्रशिक्षण ले रही हैं।
फिटनेस कोच प्रवीण नांदल ने बताया कि सिम्मी का चयन 27 अप्रैल को हल्द्वानी में हुए ट्रायल में उनके बेहतरीन प्रदर्शन और राष्ट्रीय रैंकिंग के आधार पर हुआ था। सिम्मी पहले भी कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए चयनित हो चुकी थीं, लेकिन आर्थिक अभाव के चलते वह प्रतियोगिताओं में भाग नहीं ले सकीं।
इस प्रतियोगिता में 45 सदस्यीय भारतीय दल ने भाग लिया और कुल मिलाकर 2 गोल्ड, 7 सिल्वर और 10 ब्रॉन्ज मेडल जीते, जिससे भारत ने एशिया में 9वीं रैंकिंग हासिल की। सिम्मी ने इस चैंपियनशिप में पहला मुकाबला थाईलैंड, दूसरा फिलीपींस और तीसरा चीनी ताइपे के खिलाड़ियों से खेला और शानदार प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक जीता।
अब सिम्मी की नजरें अगले वर्ष जापान में होने वाले एशियन गेम्स पर टिकी हैं, जिसके लिए उन्होंने अपने अभियान की शुरुआत कर दी है।