‘गब्बर’ के नाम से राजनीति में अपनी पहचान बनाने वाले अनिल विज हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं। अक्टूबर 2014 में विज को इस पद पर नियुक्त किया गया था। अनिल विज भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से ताल्लुक रखते हैं।
अनिल विज का जन्म को हरियाणा के अंबाला शहर में एक हिंदू परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम भीम सेन था जो कि रेलवे में एक अधिकारी थे। उनके पिता की मृत्यु के बाद घर की सारी जिम्मेदारियां विज के कांधों पर आ गई थीं।
विज ने पूरी की साइंस में ग्रेजुएशन
अनिल विज ने अपनी पढ़ाई 1968 में बनारसी दास स्कूल से पूरी की। उन्होंने अपनी आगे की शिक्षा हरियाणा के एस.डी.कॉलेज, अम्बाला कैंट से साइंस में ग्रेजुएशन कर पूरी की।
एस डी कॉलेज में पढ़ाई के साथ-साथ विज राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के छात्रसंघ अध्यक्ष अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में शामिल हुए थे।
अनिल विज का राजनीतिक करियर
कॉलेज में अपनी पढ़ाई के साथ साथ अनिल राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के छात्रसंघ अध्यक्ष एबीवीपी में शामिल हुए थे। 1970 में अनिल विज को एबीवीपी का महासचिव बनाया गया था।
16 साल तक उन्होंने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में बैंक अधिकारी के रूप में काम किया लेकिन 1990 में जिस समय सुषमा स्वराज को राज्यसभा की सदस्य के रुप में चुना गया था तब अंबाला कैंट विधानसभा की सीट खाली हो गई थी और इस सीट पर उपचुनाव होना था।
तभी 1991 में अनिल विज ने चुनाव लड़ने के लिए एसबीआई की नौकरी से इस्तीफा दिया और किस्मत के साथ देने पर अनिल पहली बार ही जीत हासिल कर विधायक बने और हरियाणा विधानसभा पहुंचे। 1991 में अनिल विज भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष भी बने।
1996 और 2000 में अनिल विज हरियाणा विधानसभा में आजाद उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़े और दोनों बार जीत हासिल की। हालांकि, 2005 में हुए चुनाव में विज को कांग्रेस के देवेंद्र बंसल से थोड़े से मार्जन से हार का सामना करना पड़ा। अनिल विज को 2009 में हरियाणा विधानसभा में अंबाला छावनी निर्वाचन क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के सदस्य के रूप में चुना गया था।
2014 में विज को एक बार फिर से भाजपा का साथ मिला और विज यहां से जीतकर स्वास्थ्य मंत्री के रूप में सामने आए। 2019 में उन्हें छठी बार जीत मिलने पर उनका कद बढ़ गया और गृह, स्वास्थ्य के साथ कई मंत्रालय विज को सौंप दिए गए।
इस वक्त अनिल विज हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की सरकार में वरिष्ठ और तेज तर्रार नेता में से एक हैं। उन्हें लंबी राजनीति का अनुभव है।
हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज अंबाला में लोगों के लिए खुला दरबार लगाते रहे हैं और इसमें सैकड़ों की संख्या में लोग अपनी फरियाद लेकर आते हैं। दरबार में पुलिस, स्वास्थ्य विभाग से लेकर अन्य विभागों की शिकायतें आती रही हैं। यदि कोई पुलिस अधिकारी बात नहीं सुनता था तो शिकायतकर्ता विज के दरबार में पहुंच कर न्याय मांगता था।
हाल ही में विज ने कहा कि अब मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सभी डीसी और एसपी समेत फील्ड अधिकारियों को रोजाना दो घंटे तक लोगों की समस्याओं को सुनने का आदेश दिया है। अब सिर्फ शनिवार ही नहीं बल्कि रोजाना दरबार लगेगा और लोगों के मसले हल किए जाएंगे।
जन्म | 15 मार्च 1953 अंबाला, हरियाणा |
शिक्षा | बनारसी दास स्कूल एस.डी.कॉलेज, अम्बाला कैंट, हरियाणा |
माता | … |
पिता | श्री भीम सेन |
पेशा | राजनीतिज्ञ |
राजनीतिक दल | भारतीय जनता पार्टी |
पद | हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री |