हरियाणा के भिवानी, जिसे “छोटी काशी” और “मिनी क्यूबा” के नाम से जाना जाता है, ने एक बार फिर से अपने खेल प्रतिभा का लोहा मनवाया है। इस बार, 11 वर्षीय लावण्या और उनके भाई ने ऐसा कारनामा कर दिखाया है जो पूरे देश के लिए गर्व की बात है।
Lavanya ने अब तक तीन हाफ मैराथन (10 किमी) पूरी की हैं, लेकिन उन्होंने इससे भी आगे बढ़कर 15 किमी की दौड़ को कम समय में पूरा कर सबको चौंका दिया। उनके इस अविश्वसनीय प्रदर्शन के चलते उनका नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया है।

कैसे तय किया रिकॉर्ड का सफर?
लावण्या के पिता राजेश तंवर बताते हैं कि दोनों भाई-बहन ने अपनी पहली हाफ मैराथन 1 घंटे 24 मिनट में पूरी की थी। इसके बाद फरीदाबाद में 10 किमी की दौड़ 59 मिनट 43 सेकंड में और लावण्या ने 1 घंटे 6 मिनट 40 सेकंड में पूरी की, जिससे वह अपने आयु वर्ग में टॉप 10 में आ गईं।

इसके बाद लावण्या ने अपने स्कूल के खेल मैदान में 21 किमी की दौड़ मात्र 2 घंटे 4 मिनट 14 सेकंड में पूरी की, जिसका लाइव प्रसारण डिजिटल प्लेटफॉर्म पर किया गया था। इस शानदार प्रदर्शन के चलते उनका नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज हुआ।
एशिया रिकॉर्ड में कैसे दर्ज हुआ नाम?

रेवाड़ी में आयोजित एक हाफ मैराथन में लावण्या ने 21.1 किमी की दूरी मात्र 1 घंटे 1 मिनट 1 सेकंड में पूरी कर अपने समय में जबरदस्त सुधार किया। इस शानदार उपलब्धि के चलते उनका नाम एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में भी दर्ज किया गया और उन्हें विशेष सम्मान दिया गया।
लावण्या का सपना

लावण्या का सपना ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व कर देश के लिए मेडल जीतना है। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और गुरुजनों को दिया है।

लावण्या और उनके भाई की इस उपलब्धि से परिवार में जश्न का माहौल है। मिठाइयां बांटी जा रही हैं और पूरे भिवानी को इन पर गर्व है। परिवार ने उम्मीद जताई है कि दूसरे बच्चे भी इनसे प्रेरणा लेकर भारत का नाम रोशन करेंगे।