➤जींद जिले के बद्दोवाल गांव के पास हरिद्वार जा रहे कांवड़ियों से भरा कैंटर पलटा, हादसे में 22 लोग घायल।
➤हादसे का कारण गाड़ी का टायर फटना बताया जा रहा है, 14 को गंभीर चोटें, 1 को अग्रोहा रेफर किया गया।
➤सभी कांवड़िए फतेहाबाद जिले के बिगड़ गांव से थे, पुलिस जांच में जुटी है।
जींद (हरियाणा) — सावन की पवित्र यात्रा पर निकले भोले के भक्तों के एक दल के साथ एक दर्दनाक हादसा हो गया। फतेहाबाद जिले के बिगड़ गांव से हरिद्वार कांवड़ लेने जा रहे 25 कांवड़ियों का एक दल जैसे ही जींद जिले के बद्दोवाल गांव के पास हिसार-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर पहुंचा, तो उनका कैंटर (लोडिंग वाहन) अचानक अनियंत्रित होकर पलट गया।
यह हादसा गुरुवार रात करीब 12 बजे हुआ। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि गाड़ी का टायर फटने से ड्राइवर वाहन पर नियंत्रण नहीं रख पाया, और कैंटर पलट गया। इस हादसे में करीब 22 लोग घायल हुए, जिनमें से कई को गंभीर चोटें आई हैं।

घायलों का अस्पताल में इलाज जारी
घायलों को तुरंत नरवाना के सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया। अस्पताल सूत्रों के अनुसार 14 लोग गंभीर रूप से घायल हैं, जबकि बाकी को हल्की चोटें आई हैं। एक घायल युवक हिमांशु पुत्र रोहताश (उम्र 19 वर्ष) की हालत ज्यादा खराब होने के कारण उसे अग्रोहा मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है।
घायलों की सूची में ये नाम प्रमुख:
- संदीप (38 वर्ष)
- सुमित पुत्र राजकुमार (30 वर्ष)
- सौरभ पुत्र सुरेश (24 वर्ष)
- विक्की पुत्र अनिल (22 वर्ष)
- सन्नी पुत्र बंसीलाल (26 वर्ष)
- नानक पुत्र रामकुमार (28 वर्ष)
- हिमांशु पुत्र रोहताश (19 वर्ष)
- कमल पुत्र छिंद्रपाल (22 वर्ष)

अन्य घायलों में शामिल हैं:
- जोनी पुत्र भोला राम (21 वर्ष)
- ललित पुत्र प्रेम सिंह (25 वर्ष)
- सोनू पुत्र कृष्ण (19 वर्ष)
- अंकित पुत्र विक्की (20 वर्ष)
- कृष्ण पुत्र राकेश (20 वर्ष)
- प्रिंस पुत्र जंतर सिंह (20 वर्ष), गांव किरडान, फतेहाबाद
कांवड़ यात्रा में श्रद्धा, पर सुरक्षा का अभाव
यह हादसा सावन महीने में हो रही कांवड़ यात्राओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े करता है। हर वर्ष लाखों की संख्या में श्रद्धालु उत्तर भारत के विभिन्न हिस्सों से हरिद्वार जल लेने के लिए निकलते हैं, लेकिन सुरक्षित यात्रा प्रबंधन का अक्सर अभाव देखने को मिलता है। विशेषकर निजी वाहनों में बड़ी संख्या में कांवड़ियों को बैठाना दुर्घटनाओं का कारण बनता है।
पुलिस कर रही जांच
नरवाना सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को अस्पताल पहुंचाने में सहयोग किया। पुलिस ने कैंटर को जब्त कर हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में टायर फटना प्रमुख कारण माना जा रहा है, लेकिन ड्राइवर की लापरवाही और ओवरलोडिंग की भी संभावना खंगाली जा रही है।