Haryana में लगातार पराली जलाने के मामले सामने आ रहे हैं। जिसके कारण स्वास्थ्य आपातकालीन जैसी स्थिति बन गई हैं। पराली जलाने से वायु प्रदूषण में लगातार वृद्धि हो रही है। कुरूक्षेत्र, पानीपत, करनाल में पराली जलाने के 198 मामले सामने आए हैं।
बता दें कि कुरूक्षेत्र में कल 15 स्थानों पर पराली जलाई गई। हरियाणा में पराली जलाने के कुल मामले 680 है। पानीपत का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 23 अक्टूबर को 500 से अधिक हो गया था, जबकि आज पानीपत में AQI 450, कुरुक्षेत्र में 420 और करनाल में 402 है। पंजाब और चंडीगढ़ में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। पंजाब के अमृतसर का AQI 221 और मंडी गोबिंदगढ़ में 235 AQI हो चुका है। इसके अलावा चंडीगढ़ में भी AQI 210 हो चुका है।
हरियाणा के विभिन्न शहरों में मैक्सिमम AQI
वायु प्रदूषण से बढ़ जाता है इन बीमारियों का खतरा
सांस लेने में दिक्कत: वायु प्रदूषण से सांस लेने में दिक्कत होती है। बच्चों और बुजुर्गों को प्रदूषण के कारण काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। यह नाक, गले और फेफड़ों को काफी प्रभावित करता है।
हार्ट अटैक का खतरा: वायु प्रदूषण के कारण हमारे अंदर जहरीले हवा चली जाती है, जिसके कारण हार्ट अटैक का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। इससे बचने के लिए हमें मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए।
अस्थमा: आजकल अस्थमा की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है। इसका प्रमुख कारण वायु प्रदूषण है। वायु प्रदूषण से व्यक्ति की श्वसन नली में रुकावट आने लगती है, जिससे अस्थमा की समस्या उत्पन्न हो जाती है।