हरियाणा विश्व संवाद केंद्र Bhiwani के तत्वाधान में देवर्षि नारद जयंती के उपलक्ष्य में एक विचार संगोष्ठी का आयोजन किया। इस विचार संगोष्ठी का मुख्य विषय पत्रकारिता का बदलता स्वरूप: चुनौतियां एवं समाधान रहा। इस विषय पर बात रखने के लिए कार्यक्रम में जिले से अलग-अलग जगह से कई पत्रकारों ने भाग लिया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर भिवानी के वरिष्ठ पत्रकार नरोत्तम बागड़ी रहे। उन्होंने नागरिक पत्रकारिता के बढ़ते स्वरूप के बारे में सबको सजग रहने का आह्वान किया और इसमें सकारात्मक रूप से सहयोगी बनने के लिए प्रेरित किया।
बतौर मुख्य वक्ता एमडीयू रोहतक के सहायक प्राध्यापक डा. ईश्वर मित्तल रहे। मुख्य वक्ता ने पत्रकारिता के बदलते स्वरूप को लेकर सारगर्भित व्याख्यान रखा। डा. ईश्वर मित्तल ने बताया कि पत्रकारिता के बदलते स्वरूप ने अब कागजों/अखबारों से निकलकर अलग-अलग तरह से, जिसमें इलेक्ट्रानिक मीडिया, सोशल मीडिया पत्रकारिता, लोक पत्रकारिता आदि अनेक प्रभावशाली पत्रकारिता के माध्यमों से पिछले वर्षों में पदार्पण किया। इस स्वरूप को समझते हुए आज पत्रकारों को सभी संसाधनों को उपयोग कर उनको सीखना चाहिए। वह उसमें सहभागी बनना चाहिए।

यह नई चुनौतियां कुछ पत्रकारों के लिए राह को मुश्किल कर सकती हैं, पर इसको सीखकर चुनौतियां का समाधान किया जा सकता है। विश्व संवाद केंद्र के जिला प्रमुख अजय शर्मा और सह प्रमुख नवीन ने देवर्षि नारद जी के जन्म, कार्य और पत्रकारिता के युगपुरुष होने से संबंधित कथानकों के बारे में उपस्थित जनसमूह को समझाया। कार्यक्रम की आरंभिक भूमिका विश्व संवाद केंद्र जिला सह प्रमुख नवनीत ने रखी, जिसमें उन्होंने विश्व संवाद केंद्र की शुरुआत, अवधारणा व उसके द्वारा की जाने वाली गतिविधियों के बारे में बताया। कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकारों समेत, युवा पत्रकार, व्यवसायी, समाज के अन्य गणमान्य नागरिकों ने भाग लिया।
बाइट नयन कुमार पद बोल रखा है