हरियाणा के भिवानी में डाडम पहाड़ में खनन की नियम का उल्लंघन करने के मामले में ईडी की जांच में कई खुलासे हुए हैं। पहाड़ पर खनन की साजिश की बिसात पहले से ही बिछ चुकी थी। इस पूरे मामले में खनन के साझीदारों को मोहरा बनाया गया। एनजीटी और मुख्य सचिव की जांच में पहले ही खनन को लेकर नियमों के उल्लंघन की बात उजागर हो चुकी थी। ईडी की जांच का शिकंजा कसा तो कई चौंकाने वाली बातें भी अब उजागर हुई हैं।
गोवर्धन माइंस मिनरल्स और उसके साझीदारों के खिलाफ पहले भी हो चुका है केस दर्ज
प्रवर्तन निदेशालय की विशेष निदेशक मोनिका शर्मा ने तोशाम थाने में दी शिकायत में हवाला दिया कि मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच ईडी कर रही है। गोवर्धन माइंस मिनरल्स और सुंदर मार्केटिंग एसोसिएट्स डाडम पहाड़ में खनन से जुड़ी एजेंसी रही हैं।
हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की शिकायत के आधार पर विशेष पर्यावरण न्यायालय में पर्यावरण संरक्षण अधिनियम के तहत पर्यावरण मंजूरी के शर्तों की उल्लंघन के लिए गोवर्धन माइंस मिनरल्स और उसके साझीदारों के खिलाफ 23 मई 2022 को कुरुक्षेत्र में केस दर्ज हुआ था।
ईडी जांच के दौरान गोवर्धन माइंस मिनरल्स और सुंदर मार्केटिंग एसोसिएट्स सहित उनके साझीदारों से जुड़ी संस्थाओं और लोगों के यहां भी जांच की गई और विभिन्न लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं।
डाडम पहाड़ में अवैध खनन की वजह से हुआ था बड़ा हादसा
ईडी ने अपनी शिकायत में यह भी बताया है कि एक जनवरी 2022 को डाडम माइंस साइट पर अवैज्ञानिक खनन के कारण चार लोगों की मौत हो गई थी। जिसे गोवर्धन माइंस मिनरल्स द्वारा चलाया गया था। पहले खनन सुंदर मार्केटिंग एसोसिएटस द्वारा किया जाता था। शिकायत में यह भी बताया कि बहुत लोगों ने मिलकर डाडम में खान और खनिज अधिनियम का उल्लंघन करते हुए बड़े पैमाने पर अवैध और अवैज्ञानिक खनन किया है। अवैध खनन से सरकारी खजाने को नुकसान हुआ है।