Faridabad क्या होगा अगर अचानक आपको बताया जाए कि आपके नाम पर मलेशिया जा रहा एक पार्सल पकड़ा गया है, जिसमें ड्रग्स, फर्जी पासपोर्ट और ATM कार्ड हैं? इतना ही नहीं, एक कथित CBI अधिकारी आपको गिरफ्तार करने की धमकी देने लगे! फरीदाबाद के अजीत शंकर झा के साथ यही हुआ और इसी झांसे में फंसकर उन्होंने ठगों को 25.40 लाख रुपये दे दिए।
कैसे फंसे जाल में
29 नवंबर 2024 को अजीत को एक अंजान नंबर से फोन आया। कॉलर ने खुद को कस्टम विभाग का अधिकारी बताया और कहा कि आपके नाम पर एक संदिग्ध पार्सल पकड़ा गया है। इसमें ड्रग्स, फर्जी पासपोर्ट और ATM कार्ड पाए गए हैं। यह मलेशिया जा रहा था। अजीत ने जब इस बात से इनकार किया तो कॉलर ने कहा कि मामला गंभीर है और उन्हें तुरंत CBI अधिकारी से बात करनी होगी। फिर कॉल मुंबई के अंधेरी थाने के एक कथित CBI अधिकारी से कनेक्ट कर दी गई।
CBI की धमकी और वीडियो कॉल का ड्रामा
फर्जी CBI अधिकारी ने अजीत को व्हाट्सएप वीडियो कॉल पर जोड़ा और गंभीर लहजे में कहा कि उनके खिलाफ मामला दर्ज हो चुका है। उन्होंने कुछ नकली दस्तावेज़ और कथित कोर्ट ऑर्डर दिखाए। इसके बाद, गिरफ्तारी से बचने के लिए सेटलमेंट की पेशकश की।
डर और दबाव में अजीत ने ठगों के बताए बैंक खाते में 19.20 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। कुछ दिनों बाद ठगों ने फिर कॉल किया और कहा कि मामला खत्म करने के लिए 6.20 लाख रुपये और चाहिए। इस बार अजीत ने पैसे एक अन्य बैंक खाते में भेजे।
हकीकत का पता चलते ही शिकायत
जब ठगों ने और पैसे मांगने शुरू किए तो अजीत को शक हुआ। उन्होंने तुरंत साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज की और फरीदाबाद के साइबर क्राइम थाने में विस्तार से घटना की जानकारी दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सावधान रहें, सतर्क रहें
- कस्टम, पुलिस या CBI अधिकारी कभी भी फोन पर पैसे नहीं मांगते।
- किसी भी संदिग्ध कॉल पर तुरंत साइबर हेल्पलाइन 1930 पर संपर्क करें।
- व्हाट्सएप पर मिले किसी भी लिंक या कॉल को बिना जांचे भरोसा न करें।