सीएम ने पूरा किया वादा, डबवाली बना पुलिस जिला, नियुक्त होंगे एसपी और दो डीएसपी

बड़ी ख़बर सिरसा हरियाणा

हरियाणा में सिरसा जिले के डबवाली को पुलिस जिला बनाया गया है। प्रदेश में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने डबवाली को पुलिस जिला बनाने की घोषणा जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान की थी। अब यहां पुलिस अधीक्षक सहित दो डीएसपी नियुक्त करने की तैयारी शुरू कर दी गई है।

प्रदेश की सियासत के केंद्र और चौटाला परिवार का गढ़ माने जाने वाले डबवाली को पुलिस जिला बनाया गया है। इससे पहले मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान डबवाली को तीन माह के अंदर पुलिस जिला बनाने की घोषणा की थी। उन्होंने जनसंवाद के दौरान किए गए अपने वायदे को पूरा कर किया है। सरकार की ओर से इसके आदेश जारी कर दिए गए हैं। अब जिले में पुलिस अधीक्षक, दो डीएसपी सहित इंस्पेक्टर, उपनिरीक्षक और सहायक निरीक्षण की नियुक्ति करने की तैयारी की जा रही है। जल्द ही यहां 9 इंस्पेक्टर, 36 उपनिरीक्षक और 57 सहायक उपनिरीक्षकों को नियुक्त किया जाएगा। इनके अलावा जिले में 160 हेड कांस्टेबल और 450 कांस्टेबल की भी तैनाती की जाएगी।

कांग्रेस विधायक ने जताया सीएम मनोहर लाल का आभार

वर्ष 2009 से पहले यह विधानसभा आरक्षित थी और इनेलो इस सीट पर हमेशा अपनी जीत दर्ज करती आई है। वहीं डबवाली के कांग्रेस विधायक अमित सिहाग ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी करते हुए कहा कि वह डबवाली को पुलिस जिला बनाने के लिए वर्ष 2020 से सीएम मांग कर रहे थे। इस मांग पर उन्होंने मुख्यमंत्री से मुलाकात भी की थी और वह लगातार प्रयासरत रहे। अब डबवाली को पुलिस जिला बनाने पर विधायक ने सीएम मनोहर लाल का आभार जताया।

पूर्व सीएम हुड्डा के ओएसडी थे विधायक सिहाग के पिता

डबवाली से कांग्रेसी विधायक अमित सिहाग के पिता हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा के ओएसडी थे। अमित सिहाग ने वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार और हरियाणा कृषि विपणन बोर्ड के चेयरमैन आदित्य देवीलाल को हराया कांग्रेस का परचम लहराया था। हालांकि डबवाली कभी देवीलाल  परिवार का गढ़ होता था, लेकिन वर्ष 2019 में कांग्रेस ने पहली बार भाजपा को हराकर इस सीट पर अपनी जीत दर्ज की थी।

पारिवारिक मतभेद के चलते 2019 में यहां से चुनाव नहीं लड़ा चौटाला परिवार

जननायक जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय चौटाला ने वर्ष 2009 में डबवाली सीट से डॉ. केवी सिंह को हराकर जीत दर्ज की थी। इसके बाद जेबीटी भर्ती मामले में 10 साल की सजा होने पर वह जेल चले गए। उनके बाद वर्ष 2014 में डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की माता और अजय चौटाला की पत्नी नैना चौटाला ने इस सीट पर जीत हासिल की। वर्ष 2019 विधानसभा चुनाव से पहले पारिवारिक मतभेद के चलते चौटाला परिवार के किसी सदस्य ने इस सीट से चुनाव नहीं लड़ा।