Faridabad हरियाणा में सूरजकुंड का शिल्प महाकुंभ हर साल अपनी भव्यता और विविधता के लिए प्रसिद्ध है। इस वर्ष, यह महाकुंभ 7 से 23 फरवरी तक आयोजित होने जा रहा है, जिसमें देश भर के शिल्पकार अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। यह न केवल भारतीय हस्तशिल्प की विविधता को उजागर करने का एक मंच है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी भारतीय संस्कृति को प्रस्तुत करने का अवसर प्रदान करता है।

उद्घाटन समारोह की तैयारियां
हरियाणा के पर्यटन मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने बताया कि इस वर्ष के महाकुंभ का उद्घाटन भारत सरकार के केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत करेंगे। इस अवसर पर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। समापन समारोह में केंद्रीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है।
इस बार, मेले में विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्रियों के साथ-साथ विदेशी मंत्रालय से विशिष्ट जनों की भी उपस्थिति रहने की संभावना है। यह सभी मेहमान इस अद्भुत उत्सव का हिस्सा बनने के लिए उत्सुक हैं, जिससे मेले की महत्ता और बढ़ जाती है।

मेले की तैयारियों का महत्व
डॉ. अरविंद शर्मा ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे सुनिश्चित करें कि सभी व्यवस्थाएं निर्धारित समय पर पूरी हों। मेले की सफलता के लिए निम्नलिखित बिंदुओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा:
- साफ-सफाई: मेला परिसर में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाएगा। पर्यटकों को एक स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण प्रदान करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
- सुरक्षा व्यवस्था: मेले में आने वाले लाखों पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना एक बड़ी चुनौती है। इसलिए, पुलिस प्रशासन और स्थानीय सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर एक सशक्त सुरक्षा योजना तैयार की गई है।
- परिवहन व्यवस्था: मेले तक आने-जाने के लिए परिवहन व्यवस्था को समय पर सुनिश्चित करने के लिए उपाय किए जा रहे हैं। बसों और अन्य परिवहन साधनों की उपलब्धता को ध्यान में रखा जाएगा, ताकि पर्यटकों को किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े।
शिल्पकारों की प्रतिभा का प्रदर्शन
इस वर्ष शिल्प महाकुंभ में भारत के विभिन्न हिस्सों से आए शिल्पकार अपनी अद्वितीय कृतियों के माध्यम से अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। यहां पर हस्तनिर्मित वस्त्र, कुटीर उद्योग, मिट्टी के बर्तन, आभूषण, और अनेक प्रकार के स्थानीय हस्तशिल्प देखने को मिलेंगे। यह महाकुंभ न केवल शिल्पकारों को अपने उत्पाद बेचने का एक अवसर है, बल्कि उनके लिए अपनी कला को दर्शाने का भी एक मंच है।
लाखों पर्यटकों का आगमन
हरियाणा पर्यटन निगम के अधिकारियों का मानना है कि इस महाकुंभ में लाखों पर्यटकों के आने की संभावना है। देश-विदेश से आने वाले पर्यटक शिल्पकारों की प्रतिभा और संस्कृति का आनंद लेंगे। यह मेले न केवल सांस्कृतिक समृद्धि को बढ़ावा देगा, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती प्रदान करेगा।
सूरजकुंड का शिल्प महाकुंभ हरियाणा की सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित करने का एक अद्भुत अवसर है। यह न केवल कला प्रेमियों के लिए एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है, बल्कि यह स्थानीय समुदाय को भी अपने शिल्प कौशल को वैश्विक स्तर पर प्रदर्शित करने का एक मंच प्रदान करता है। इस महाकुंभ की सफलतापूर्वक तैयारी और आयोजन से न केवल भारतीय संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि यह भविष्य में और भी बड़े आयोजनों के लिए एक आदर्श उदाहरण भी बनेगा।