आशा वर्कर अपनी मांगो को लेकर प्रदेशभर में सरकार के खिलाफ विरोध प्रर्दशन कर रही है। आशा वर्कर यूनियन ने बुढ़लाडा रोड स्थित हल्का विधायक लक्ष्मण नापा के कार्यालय का घेराव कर प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रोष जताया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला प्रधान शीला देवी ने की जबकि संचालक ब्लॉक प्रधान कमलजीत ने किया। मुख्य तौर पर सीटू के जिला प्रधान जंगीर सिंह, सचिव बेगराज शामिल हुए। वर्करों ने पहले अनाज मंडी में सम्मेलन कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रोष जताया।
विधायक के माध्यम से सौंपा पीएम, सीएम के नाम ज्ञापन
आशा वर्कर्स ने पूरे शहर में रोष प्रदर्शन करती हुई विधायक लक्ष्मण नापा के कार्यालय पहुंची। विधायक के कार्यालय पर आशा वर्कर्स ने पड़ाव डाला। विधायक के माध्यम से पीएम, सीएम को ज्ञापन भेजा। सीटू के जिला प्रधान जंगीर सिंह और सचिव बेगराज ने कहा कि सरकार ने अनेकों बार वर्करों से मांगों को लेकर वादे किये।
लेकिन सरकार किसी वायदे पर खरी नहीं उतरी। जिस कारण वर्करों को काम की बजाय आंदोलन करना पड़ रहा है। यूनियन की जिला प्रधान शीला देवी ने कहा कि प्रदेश भर में 20 हजार आशा वर्कर बीती 8 अगस्त से हड़ताल पर है।
पिछले 5 साल से नहीं हुई मानदेय में बढ़ोतरी
उनकी मांगे पूरी नहीं होती तो आंदोलन लंबा चलेगा। साल 2018 से अब तक आशा वर्करों के काम में कई गुणा बढ़ोतरी हो चुकी है लेकिन पिछले 5 साल में मानदेय में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई। उन्हें कम से कम 26 हजार न्यूनतम वेतन दिया जाए। आशा वर्करों को पक्का कर्मचारी बनाया जाए। आशा वर्कर को मानदेय व प्रोत्साहन राशियों को मंहगाई भत्ते के साथ जोड़ा जाए।
क्या हैं आशा वर्कर्स की मांगे
आशा वर्करों को ईएसआई, पीएफ व सेवा निवृति पर लाभ के साथ सामाजिक सुरक्षा का लाभ दिया जाए। अनुभव व योग्यता के अनुसार पदोन्नति दी जाए। गांवों में आशा सैंटर खोले जाए। सीएम द्वारा घोषित किये गये 7 हजार कर राशि बिना देरी के जारी की जाए।
उन्हें पीएचसी में और रोगी के साथ आने पर किराया भत्ता दिया जाए। सेवा निवृति की आयु 65 साल की जाए। वदी के लिए 2 हजार रुपये प्रति वर्ष दिये जाए। यहां सीटू के राज कुमार, कमलजीत कौर, वीणा शहनाल, मंजीत कौर ने भी संबोधित किया।