fatehbaad जिले के बीघड़ गांव में गीदड़ों के हमले की घटनाओं ने स्थानीय लोगों में दहशत पैदा कर दी है। हाल ही में ढाणी क्षेत्र में गीदड़ ने दो महिलाओं पर जानलेवा हमला कर दिया, जिससे उनमें से एक महिला, सुमित्रा, गंभीर रूप से घायल हो गई। सुमित्रा के हाथ और मुंह पर गहरे जख्म आए हैं। सुमित्रा ने बताया कि पहले गीदड़ों की संख्या कम थी और वे हिंसक नहीं होते थे, लेकिन अब उनकी संख्या बढ़ गई है और वे अधिक आक्रामक हो गए हैं।
महिला रितु ने बताया कि सुबह जब वह पशुओं के लिए चारा तैयार कर रही थी। इस दौरान किसी तरफ से गीदड़ ने आकर उस पर हमला कर दिया। इसके बाद उसने दो पशुओ को भी जख्मी कर दिया। इसके बाद वह पड़ोसी के घर में घुस गया और वहां सुमित्रा पर हमला कर दिया।
गीदड़ों की बढ़ती संख्या से चिंता
बनवाली गांव के निवासी सुभाष चंद्र ने बताया कि इस क्षेत्र में गीदड़ों की संख्या सैकड़ों में हो चुकी है। इस इलाके में वन विभाग का जंगल और एक पुरानी नहर है, जहां 200 से 300 गीदड़ रहते हैं। पहले गीदड़ आबादी की ओर नहीं आते थे, लेकिन अब वे लोगों और उनके पशुओं पर हमले करने लगे हैं, जिससे गांव में डर का माहौल है।
पूर्व में भी हो चुके हैं हमले
कुछ दिन पहले काजल हेड़ी गांव में भी एक किसान पर गीदड़ ने हमला किया था। किसान जब खेत में काम कर रहा था, तब छुपकर बैठे गीदड़ ने उस पर अचानक हमला कर दिया। हालांकि, गनीमत रही कि सड़क से गुजर रहे एक बाइक के शोर से गीदड़ डरकर भाग गए, जिससे किसान को बचने का मौका मिल गया। लेकिन गीदड़ ने किसान का होंठ चबा लिया था।
स्थानीय लोग समाधान की मांग कर रहे हैं
इन घटनाओं से स्पष्ट है कि गीदड़ों की बढ़ती संख्या और उनका हिंसक व्यवहार अब गंभीर समस्या बन गया है। स्थानीय निवासी और प्रशासन अब इस समस्या से निपटने के लिए त्वरित और प्रभावी कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।