हरियाणा की नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री नायब सैनी की अगुआई वाली भारतीय जनता पार्टी (BJP) सरकार ने पहली बार प्रदेश में ईद की गजटेड छुट्टी को रद्द कर दिया है। सरकार ने 31 मार्च की इस छुट्टी को अब रिस्ट्रिक्टेड हॉलिडे में बदल दिया है। राज्य के चीफ सेक्रेटरी अनुराग रस्तोगी ने इसके लिए आधिकारिक आदेश जारी कर दिए हैं।
फाइनेंशियल ईयर क्लोजिंग को बताया वजह
सरकार ने अपने फैसले का बचाव करते हुए कहा है कि 31 मार्च वित्तीय वर्ष 2024-25 का अंतिम दिन है। ऐसे में फाइनेंशियल क्लोजिंग की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए इस दिन अवकाश को गजटेड से हटाकर वैकल्पिक अवकाश (रिस्ट्रिक्टेड हॉलिडे) कर दिया गया है।
विधानसभा में गूंजा मुद्दा, विपक्ष ने बताया ‘गलत फैसला’
सरकार के इस फैसले पर विधानसभा में जोरदार हंगामा हुआ। कांग्रेस विधायक आफताब अहमद ने इस पर सवाल उठाते हुए कहा कि हमारा एक ही बड़ा त्योहार है, जो पूरे हिंदुस्तान में मनाया जाता है। इसे गजटेड से हटाकर वैकल्पिक बना देना सही नहीं है।
इस पर मुख्यमंत्री नायब सैनी ने जवाब दिया कि फाइनेंशियल ईयर के चलते यह फैसला लिया गया है। हालांकि, विपक्ष इससे संतुष्ट नहीं दिखा। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने इसे गलत बताते हुए कहा कि पूरे देश में यह त्योहार मनाया जाता है, फिर हरियाणा में इसे गजटेड से हटाने की जरूरत क्यों पड़ी।