पंजाब के एजेंट ने अंबाला के रिटायर्ड सैनिक से बेटे और भतीजे को कनाडा और यूएसए भेजने के नाम पर करीब 38.50 लाख रुपए हड़प लिए। दोनों बच्चों को विदेश भी नहीं भेजा और अब कुछ भी करने की धमकी दे रहे हैं। रिटायर्ड सैनिक ने अंबाला पुलिस अधीक्षक जशनदीप सिंह रंधावा को शिकायत सौंपी है, जिसके आधार पर पंजाब के 4 एजेंट के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है।
जानकारी अनुसार आर्मी से रिटायर्ड गांव धीन निवासी सुखविंद्र सिंह ने बताया कि साल 2016 में उसके भाई सतनाम सिंह की मौत हो गई थी। उसका भाई आर्मी में सेवाएं देता था। भाई की मौत के बाद भतीजे मनप्रीत सिंह की जिम्मेदारी उसके ऊपर आ गई थी। उसके भतीजे मनप्रीत सिंह को लुधियाना के गांव चकामाफी निवासी गुरदीप सिंह मिला था। उसने मनप्रीत को अपनी बातों में फंसाया और बोला कि मैं आपका बहुत कम पैसों में विदेश भेज दूंगा।
पंजाब के इकोलाहा खन्ना स्थित सरदार इमिग्रेशन के एजेंट दलवीर सिंह, गुरदीप सिंह, जसविंद्र कौर और सुखैचन सिंह ने उसके बेटे जोरावर सिंह को कनाडा और भतीजे मनप्रीत सिंह को यूएसए भेजने की जिम्मेदारी ली।
आरोपियों ने बेटे व भतीजों को यूएसए भेजने की ली जिम्मेदारी
शिकायतकर्ता ने बताया कि वह अपने भतीजे के कहने पर पंजाब के इकोलाहा खन्ना स्थित सरदार इमिग्रेशन पर गया था। यहां जतिंद्र के सेंटर पर दलवीर सिंह, गुरदीप सिंह, जसविंद्र कौर और सुखैचन सिंह मिले। यहां आरोपियों ने उसके बेटे जोरावर सिंह को कनाडा और भतीजे मनप्रीत सिंह को यूएसए भेजने की जिम्मेदारी ली। आरोपियों ने मनप्रीत का पासपोर्ट और 5 लाख रुपए कैश और जोरावर के पासपोर्ट और 2 लाख रुपए कैश लिया। आरोपियों ने उसे कहा था कि आपने बच्चे विदेश नहीं पहुंचे तो सारे पैसे वापस लौटा दूंगा।
सर्बिया में मनप्रीत से यूरो व पासपोर्ट छीन लिया
शिकायतकर्ता के मुताबिक, एजेंट दलवीर सिंह ने दोनों लड़कों को दुबई भेज दिया। 12 मई 2022 को मनप्रीत को सर्बिया भेज दिया और जोरावर को 24 मई 2022 को वापस बुला लिया। सर्बिया पहुंचने पर मनप्रीत से (3000 यूरो) जोकि 2.40 लाख रुपए व पासपोर्ट छीन लिया। उसके बाद उसे बताया गया कि आगे वाला डोंकर अभी काम नहीं करा रहा। डोंकर मनप्रीत को परेशान करने लगे हैं। डोंकर ने ब्लैकमेल करने के साथ-साथ 2 बार मनप्रीत को मारने का भी कोशिश की। आरोपी पैसे की डिमांड करने लगे। उसने थोड़े-थोड़े 8.50 लाख दिए। पैसे लेने के बावजूद कोई व्यवस्था नहीं की। उन्होंने मनप्रीत का अलग से रहने और खाने का इंतजाम कराया। उन्होंने किसी अन्य व्यक्ति को 4.60 लाख रुपए देकर मनप्रीत को बचाया। पासपोर्ट वापस लेने के लिए 2 लाख रुपए अलग से दिए।
थाईलैंड एयरपोर्ट पर फाइन का भी किया भुगतान
वहीं एजेंट दलवीर ने जोरावर को थाईलैंड भेज दिया। यहां गुरदीप सिंह मिले और फिर और पैसे मागंने लगे। यहां आरोपियों ने 2.55 लाख और 80 हजार ले लिए। उसके कुछ दिनों बाद एजेंट नकली वीजा और डॉक्यूमेंट्स जोरावर को दिखाने लगे। कहने लगे की यहां काम नहीं होगा दुबई से होगा। आरोपियों ने नकली एलएमआईए देकर 4.64 लाख रुपए ले लिए। शिकायतकर्ता ने बताया कि बैंकाक और दुबई रहने और खाने के 1.50 लाख खुद लगाए। थाईलैंड एयरपोर्ट पर जो फाइन लगा 68,500 रुपए उन्होंने खुद भुगतान किया।
शातिर एजेंट ने धोखे में रख हड़पे करीब साढे 38 लाख
शिकायतकर्ता ने बताया कि आरोपियों ने जोरावर को दुबई से वापस भारत बुला लिया और कनाडा के फर्जी डॉक्यूमेंट्स लगाकर रेफुसवल लगवा दी। आरोपियों ने फिर जोरावर को भी यूएसए भेजने का वादा किया। सारी पेमेंट एडजस्ट करने की बात कहते हुए 80 हजार रुपए और ले लिए। शातिर एजेंट ने उनकों धोखे में रखते हुए 38 लाख 47 हजार 500 रुपए हड़प लिए। दोनों में से किसी भी बच्चे को विदेश नहीं भेजा। अब आरोपी फोन तक नहीं उठाते। कुछ भी करने की धमकी देते हैं। शिकायतकर्ता ने कहा कि आरोपियों ने इनके बच्चों की जिंदगी खराब कर दी। मुलाना थाना पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 406 व 420 के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।