Haryana सरकार ने आने वाले पांच वर्षों में राज्यभर में 10 अत्याधुनिक औद्योगिक टाउनशिप स्थापित करने की घोषणा की है। इनमें हर टाउनशिप में आसपास के गांवों के 50,000 युवाओं को रोजगार देने का लक्ष्य रखा गया है। इस पहल से प्रदेश के 5 लाख युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे।
औद्योगिक विकास के लिए कई नई परियोजनाएं
हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने 15वीं विधानसभा के प्रथम सत्र में इन योजनाओं का खुलासा किया। उन्होंने कहा कि राज्य में कई औद्योगिक पार्क, हब और केंद्र स्थापित किए जाएंगे। इनमें रोहतक में ई.वी. पार्क, पंचकूला और फरीदाबाद में आई.टी. पार्क व डाटा सेंटर, सोनीपत में विश्वस्तरीय लॉजिस्टिक्स हब, पलवल में इंडस्ट्रियल मॉडल पार्क, झज्जर में फुटवेयर पार्क, हिसार में औद्योगिक कलस्टर, कुरुक्षेत्र में सूरजमुखी तेल की मिल और रेवाड़ी में सबसे बड़ी सरसों तेल की सहकारी मिल शामिल हैं।
उद्यमियों के लिए विशेष प्रोत्साहन
राज्यपाल ने कहा कि मुद्रा योजना के अलावा, अन्य पिछड़ा वर्ग के उद्यमियों के लिए राज्य सरकार 25 लाख रुपये तक के ऋण की गारंटी भी उठाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि हरियाणा सरकार ने औद्योगिक विकास को गति देने के लिए ईज़-ऑफ-डूइंग बिजनेस का एक इको-सिस्टम तैयार किया है, जिसके कारण आज हरियाणा निवेशकों की पहली पसंद बन चुका है।
स्मार्ट लॉजिस्टिक्स और हवाई सेवाओं का विस्तार
राज्यपाल ने प्रदेश को लॉजिस्टिक हब बनाने और महेंद्रगढ़ में इंटीग्रेटेड मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक्स हब के निर्माण कार्य में तेजी लाने की बात की। इसके साथ ही, सरकार हेली टैक्सी सेवा की शुरुआत भी करेगी, ताकि किफायती हवाई परिवहन सेवा उपलब्ध हो सके।
ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता
राज्यपाल ने यमुनानगर और हिसार में 800 मेगावाट के नए थर्मल पावर स्टेशन की स्थापना की घोषणा की, जिससे राज्य को ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया जाएगा।
गीता जयंती मेला प्राधिकरण का गठन
राज्यपाल ने कहा कि सरकार गीता के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने के लिए जल्द ही अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती मेला प्राधिकरण का गठन करेगी। इसके साथ ही कुरुक्षेत्र को एक प्रमुख आध्यात्मिक केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए महाभारत थीम परियोजनाओं पर तेजी से काम किया जाएगा।
मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना का विस्तार
राज्यपाल ने यह भी घोषणा की कि मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना के तहत बुजुर्गों को अयोध्या, माता वैष्णो देवी और शिरडी जैसे प्रमुख तीर्थ स्थलों पर सरकार के खर्च पर यात्रा करवाई जाएगी।
राज्य की सांस्कृतिक धरोहर का संरक्षण
सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण के तहत सरकार महापुरुषों की जयंतियां राज्य स्तर पर मनाने के लिए संत-महापुरुष सम्मान एवं विचार प्रसार योजना चला रही है, जो भविष्य में और आगे बढ़ाई जाएगी।