हरियाणा के फतेहाबाद क्षेत्र में पराली जलाने का मुद्दा अब पुलिस के गले की भी फांस बन गया है। पहले सुप्रीम कोर्ट की सख्ती और फिर डीजीपी हरियाणा द्वारा पराली जलने पर संबंधित एसएचओ की जिम्मेदारी तय किए जाने के बाद आज पराली जलने की सूचना पर रतिया एसएचओ द्वारा एक खेत में दबिश दी गई। लेकिन मौके पर पहुंचे किसान जत्थेबंदियों के किसानों ने पुलिस की कार्रवाई को रुकवा दिया और बैरंग लौटा दिया। पुलिस द्वारा अब खेत मालिक किसान के बारे में कृषि विभाग को सूचना भिजवाई गई है, जिसके बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी।
जानकारी के अनुसार शहर पुलिस रतिया को सूचना मिली थी कि गांव कमाना के एक खेत में किसान ने पराली को आग लगा रखी है। जिसके बाद एसएचओ सिटी जय सिंह अपनी टीम को साथ लेकर मौके पर पहुंच गए थे। टीम द्वारा मौके पर जल रही पराली की आग को बुझाने की कार्रवाई शुरू की गई और पूरे मामले की वीडियोग्राफी की जाने लगी। इस पर सूचना पाकर किसान जत्थेबंदियों से जुड़े किसान काफी संख्या में मौके पर पहुंच गए और पुलिस की कार्रवाई पर ऐतराज शुरू कर दिया। किसानों ने कहा कि यदि पुलिस इस तरह की कार्रवाई करेगी तो कड़ा विरोध किया जाएगा। उन्होंने कहा कि दीपावली के पटाखों, वाहनों या कारखानों से हो रहे प्रदूषण पर कोई रोक नहीं और किसान को पराली समस्या का बिना कोई हल निकाले परेशान किया जा रहा है।
एसडीएम व डीसी कार्यालय जाएंगे किसान
किसानों को या तो हल दें, या किसान सारी पराली इकट्ठे करके एसडीएम व डीसी कार्यालय जाएंगे। जिस पर एसएचओ ने उन्हें डीजीपी के सख्त निर्देशों का हवाला दिया। किसानों ने पुलिस को आगे कार्रवाई नहीं करने दी, जिसके बाद पुलिस टीम मौके से चली गई।
पराली जलने पर इलाके के एसएचओ भी होंगे जिम्मेदार
सिटी एसएचओ ने बाद में बताया कि एसडीएम के माध्यम से कृषि विभाग को सूचना भेज दी गई है, कृषि विभाग अब पराली जलाने वाले किसान के बारे में डिटेल देगा, जिसके बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि बीते दिनों डीजीपी हरियाणा ने पराली मुद्दे पर कहा था कि यदि किसी इलाके में पराली जलती है तो उस इलाके के एसएचओ भी जिम्मेदार होंगे।