Haryana राज्य ने प्रदूषण मुक्त प्रदेश बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने वर्ल्ड बैंक के प्रतिनिधिमंडल के साथ चंडीगढ़ में आयोजित एक बैठक में हरियाणा क्लीन एयर प्रोजेक्ट को क्रियान्वित करने की योजना प्रस्तुत की। इस प्रोजेक्ट पर 3647 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे, जिसमें 2498 करोड़ रुपये का ऋण वर्ल्ड बैंक प्रदान करेगा।
2030 तक प्रदूषण मुक्त हरियाणा का लक्ष्य
हरियाणा क्लीन एयर प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्य वायु गुणवत्ता में सुधार कर 2030 तक राज्य को प्रदूषण मुक्त बनाना है।
परियोजना लागत: 3647 करोड़ रुपये
वर्ल्ड बैंक का योगदान: 2498 करोड़ रुपये (ऋण)
हरियाणा सरकार: 1066 करोड़ रुपये
अनुदान: 83 करोड़ रुपये
इस परियोजना में सतत शहरी विकास, स्वच्छ प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा देने और वायु प्रदूषण नियंत्रण उपायों को लागू किया जाएगा। यह योजना अगले 6 वर्षों में चरणबद्ध तरीके से लागू होगी, जिसमें 11 विभागों का सहयोग रहेगा।
ग्लोबल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) सेंटर की स्थापना
बैठक के दौरान हरियाणा में वर्ल्ड बैंक की मदद से एक ग्लोबल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सेंटर स्थापित करने पर भी चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि “यह केंद्र युवाओं को एआई और आधुनिक तकनीकी कौशल में प्रशिक्षित करेगा। यह हरियाणा को एआई अनुसंधान और नवाचार में वैश्विक पहचान दिलाएगा।”
नदियों को जोड़ने की योजना
मुख्यमंत्री ने नदियों को जोड़ने की योजना पर जोर देते हुए वर्ल्ड बैंक से सहयोग मांगा। योजना से सिंचाई की सुविधा में सुधार होगा। अमृत सरोवर योजना के तहत जल भंडारण क्षमता को बढ़ाने पर भी काम किया जाएगा। इस संबंध में हरियाणा का एक दल जल्द ही गुजरात का दौरा करेगा।
वर्ल्ड बैंक का समर्थन और हरियाणा की संभावनाएं
वर्ल्ड बैंक के कंट्री निदेशक श्री अगस्टे टी. कौमे ने कहा कि “हरियाणा में आर्थिक विकास और विदेशी निवेश की अपार संभावनाएं हैं। राज्य की रणनीतिक स्थिति इसे निवेशकों के लिए आकर्षक बनाती है।” उन्होंने हरियाणा क्लीन एयर प्रोजेक्ट की सराहना की और वर्ल्ड बैंक की ओर से हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया।
बैठक में उपस्थित प्रमुख अधिकारी
बैठक में मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव श्री राजेश खुल्लर, वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री अनुराग रस्तोगी, पर्यावरण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री आनंद मोहन शरण समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। वर्ल्ड बैंक की ओर से एन जीन्नेट ग्लाउबर, नतालिया कुलिचेंको, राय महिमापत रे जैसे प्रतिनिधि शामिल थे।
हरियाणा सरकार की ये योजनाएं राज्य को न केवल प्रदूषण मुक्त बनाने में मदद करेंगी, बल्कि इसे तकनीकी और पर्यावरणीय स्थिरता में भी अग्रणी बनाएंगी।