Haryana में लगातार दूसरे दिन रुक-रुक कर बारिश हो रही है। पानीपत, करनाल, सोनीपत, नूंह, और कुरुक्षेत्र जैसे जिलों में शीतलहर के साथ बारिश का सिलसिला जारी है। हिसार और फतेहाबाद के 50 से अधिक गांवों में ओलावृष्टि से सरसों, चना और सब्जियों की फसलें बर्बाद हो गईं। हिसार में 35 साल का बारिश का रिकॉर्ड टूट गया, जहां 24 घंटे में 12-13 मिमी बारिश दर्ज की गई।
किसानों पर दोहरी मार
हिसार के आदमपुर और फतेहाबाद में ओलावृष्टि से हुए नुकसान ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। अखिल भारतीय किसान सभा के जिला प्रधान शमशेर सिंह ने सरकार से 40,000 रुपए प्रति एकड़ मुआवजे की मांग की है। वहीं, नारनौंद के एसडीएम ने किसानों की शिकायतें सरकार तक पहुंचाने का आश्वासन दिया है।
ठंड और कोहरे का अलर्ट
मौसम विभाग ने करनाल, कुरुक्षेत्र, अंबाला, पंचकूला, और यमुनानगर में हल्की से मध्यम बारिश और ओलावृष्टि की संभावना जताई है। 29 दिसंबर से हवाओं की दिशा बदलने के साथ ठंड और बढ़ने की संभावना है। सुबह के समय घने कोहरे की स्थिति बनने से गाड़ियों की रफ्तार धीमी रखने का आह्वान किया गया है। भिवानी के बवानी खेड़ा में बारिश से स्कूल के बाहर पानी भर गया, जिसके चलते बच्चों को दीवार फांदकर घर जाना पड़ा।
किसानों के लिए सुझाव
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों ने किसानों को सलाह दी है कि बारिश के बाद फसलों की निगरानी करें और कीटों की रोकथाम के लिए वैज्ञानिक सलाह पर दवा का छिड़काव करें। नए साल की शुरुआत हरियाणा में कड़ाके की ठंड और घने कोहरे के साथ होगी।