हरियाणा के Hisar जिले के आजाद नगर में लापता नाबालिग बेटी की तलाश में पिता ने न्याय की गुहार लगाई है। परिवार की बेबसी और प्रशासन की निष्क्रियता से नाराज होकर सामाजिक संगठनों ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने सरकार और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।
पीड़ित परिवार का आरोप है कि पुलिस ने अब तक उनकी कोई मदद नहीं की है। मुख्यमंत्री नायब सैनी से मुलाकात के बाद एसआईटी टीम गठित की गई थी, लेकिन उसका काम सिर्फ कागजों तक ही सीमित रह गया है। परिवार ने पुलिस पर बदसलूकी का भी आरोप लगाया और कहा कि उनकी बेटी को ढूंढने के लिए ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।

सामाजिक संगठनों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर जल्द ही कार्रवाई नहीं हुई, तो आंदोलन तेज किया जाएगा। मामला अब बढ़ता जा रहा है और पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। सुनील सोनी की 16 वर्षीय बेटी 29 सितंबर को घर से लापता हो गई थी। तीन महीने से अधिक समय बीत जाने और पुलिस प्रशासन के प्रयासों के बावजूद अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है।
आश्वासन पर धरना किया था खत्म

पीड़ित पिता ने न्याय के लिए पहले नवंबर में तीन दिन और फिर दिसंबर में 14 दिन तक लघु सचिवालय के बाहर धरना दिया। प्रशासनिक अधिकारियों के आश्वासन पर वह वापस लौट गए, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई न होने से निराश होकर 9 जनवरी को मुख्यमंत्री से मिलने जा रहे थे, जहां उन्होंने आत्मदाह का प्रयास भी किया।
जब तक बेटी नहीं मिलती, संघर्ष जारी रखेंगे

मुख्यमंत्री नायब सैनी से मुलाकात के बाद मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया, जिसकी अगुआई डीएसपी कंवलजीत कर रहे हैं, लेकिन सीएम के आदेश के 10 दिन बाद भी कोई ठोस प्रगति न होने के कारण पीड़ित परिवार एक बार फिर लघु सचिवालय के बाहर धरने पर बैठने को मजबूर हो गया है। परिवार का कहना है कि जब तक उनकी बेटी नहीं मिल जाती, वे अपना संघर्ष जारी रखेंगे।