Haryana के Kaithal जिले के एक युवक की बेलारूस में मौत हो गई है। जिसके बाद करनाल के गांव औंगद के सरपंच और अन्य लोगों के खिलाफ मृतक के परिजनों ने पुलिस को हत्या और धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है।
मिली जानकारी के अनुसार कैथल के बंदराणा निवासी वेदप्रकाश ने बताया कि वह अपने बेटे को विदेश भेजना चाहते था। जिसके लिए उन्होंने गांव के सरपंच सियाराम, सतपाल और अंकित राणा से संपर्क किया। इन तीनों ने मिलकर विशाल को जर्मनी भेजने का वादा किया और इसके लिए उनसे 7.5 लाख रुपए भी लिए थे।
विदेश भेजने के लिए पिता ने घर भी बेचा
वेदप्रकाश और उनके भाई ने बताया कि आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण उन्होंने बेटे को विदेश भेजने के लिए भारी कर्ज लिया और घर गिरवी रखा था। 16 फरवरी को वह मोस्को पहुंचा और 17 जुलाई को मोस्को से जर्मनी के लिए जाना था, लेकिन मिंस्क सिटी बेलरारूस में उसकी मौत हो गई। मौत कैसे हुई इसके बारे में कुछ भी नहीं पता चल रहा है और न ही एजेंट कुछ बता रहा है।
वेदप्रकाश ने आरोप लगाया कि औंगद गांव के सरपंच सियाराम, सतपाल, और अंकित राणा ने उनके बेटे को विदेश भेजने के नाम पर धोखाधड़ी की और उसकी हत्या कर दी। उन्होंने पुलिस अधीक्षक को एक लिखित शिकायत दी है। जिसमें इन तीनों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की गई है।