हरियाणा के करनाल में दुकानदार जयभगवान की हत्या की जिम्मेदारी सागर चौधरी नाम के बदमाश ने ली है। बदमाश ने खुद को दिल्ली की गोगी गैंग से जुड़ा बताया है। वहीं, नरेश अंजनथली ने सोशल मीडिया पर चली खबर को शेयर किया है। पुलिस बदमाशों का सुराग लगाने में जुटी है। एसपी शशांक कुमार सावन ने 5 टीमें गठित की हैं।
गांव झिंझाडी में दुकान पर बैठे जयभगवान पर आई-20 गाड़ी में सवार होकर आए 6 बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया था। इनमें से 2 बदमाश गाड़ी में बैठे रहे, जबकि बाकी 4 ने दुकान में घुसकर व्यापारी को ऑटोमैटिक पिस्टल से 15 गोलियां दागी। बताया गया कि हमलावरों ने 30 से 40 राउंड फायर किए। पुलिस को दुकान के भीतर से लेकर नाले से भी सबूत मिले हैं।
सोशल मीडिया पर बदमाश ने लिखा नोट
सागर चौधरी नाम के बदमाश ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि झिंझाड़ी गांव में 24 सितंबर को जो मर्डर हुआ है वो मैंने सागर चौधरी अंजनथली ने कराया है। ये हमको बताने की जरूरत नहीं है कि क्यों कराया है। सबको पता है कि शुरुआत किसने की थी और हमारे साथ क्या हुआ था।
हमारे किसी भी इंसान को जितना भी नुकसान हुआ है, उस सबका हिसाब करेंगे। चाहे कोई देश से बाहर हो या फिर अंदर। ये मत सोचो कि बाकी बच जाओगे। कोई भी कहीं भी, जहां मिला वहीं टिकट काट देंगे। शुरुआत तुमने की थी और अब खत्म हम करेंगे।
गैंगवार से जुड़ा है ये मामला
मामला गैंगवार से जुड़ा हुआ है। साल 2018 में शराब ठेकेदार बबली की हत्या की गई थी। इसके बाद साल 2019 में बबली के साले दादूपुर निवासी पिंटू की हत्या हुई थी। आरोप लगा था कि गांव झिंझाड़ी निवासी गोल्डी पुत्र जयभगवान ने इसकी रेकी की थी।
26 दिसंबर 2019 को गांव झिंझाडी निवासी गोल्डी, उसके पिता जयभगवान और चाचा धर्मबीर पर हमला हुआ था। इसमें गोल्डी को 2 गोली, जयभगवान को एक और धर्मबीर को 3 गोलियां लगी थी। हालांकि, इनकी जान बच गई थी। पुलिस ने इस मामले में नेपाल से नरेश अंजनथली को गिरफ्तार किया था। रविवार को जिस वक्त वारदात हुई जयभगवान का बेटा गोल्डी और भाई धर्मवीर अपने घर पर थे। दुकान पर जयभगवान अकेला ही था।
परिजन बोले- सुरक्षा के लिए मिलें है 6 गनमैन, लेकिन मौके पर कोई नहीं था
इस मामले में यह भी सामने आ रहा है इन्हें सुरक्षा मिली हुई है। परिजनों के मुताबिक उन्हें 6 गनमैन मिले हुए थे। हालांकि जिस वक्त यह वारदात हुई, कोई गनमैन साथ नहीं था। इससे किसी के सटीक मुखबिरी करने का भी शक है। जिसकी वजह से बदमाशों ने मौका देख जयभगवान को गोलियों से भून दिया। ऐसे में सुरक्षा कर्मियों पर भी गाज गिरनी संभव है।
जमानत पर आया हुआ है गोल्डी, नरेश अंजनथली लेना चाहता है बदला
गोल्डी जमानत पर बाहर आया हुआ है। तभी से नरेश अंजनथली बदला लेने की योजना बना रहा था। इन दिनों नरेश के विदेश में होने की भी बात सामने आ रही है। अंजनथली निवासी नरेश शराब कारोबारी है। करीब सात साल पहले नरेश शराब ठेकेदार नलीपार निवासी दिलबाग की हत्या के आरोप में 9 महीने जेल में रह चुका है।
दिलबाग कृष्ण दादुपुर गैंग से जुड़ा हुआ था। यही कारण है कि कृष्ण दादुपुर दिलबाग का बदला नरेश से लेना चाहता था। साल 2013 में बदमाश कृष्ण दादुपुर ने अपने साथियों के साथ मिलकर नरेश पर जानलेवा हमला किया था। साल 2016 में नरेश पर बदमाश कृष्ण ने गोली चला दी थी। उस दौरान भी नरेश बच गया। इसके बाद नरेश की ओर से पुलिस प्रशासन से सुरक्षा की मांग की गई थी, जिसके बाद उसे 2 गनमैन दिए गए थे।