Haryana में 1 जनवरी से सर्दी की छुट्टियों की शुरुआत होने जा रही है, और इस बार शिक्षा विभाग ने विद्यार्थियों के लिए खास homework जारी किया है। इस वर्ष का होमवर्क लिखने और रटने के बजाय अनुभव आधारित पढ़ाई पर आधारित रहेगा। छात्र परिवार की पिछली पीढ़ियों के बारे में जानकारी हासिल करेंगे, उनके खान-पान, पहनावे, और जीवनशैली के बारे में जानेंगे।
शीतकालीन अवकाश के दौरान बच्चों को मोबाइल और टेलीविजन से दूर रखने के लिए उन्हें घरेलू कार्यों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया जाएगा। बच्चों के मेंटर की भूमिका नाना-नानी, दादा-दादी और परिवार के अन्य बड़े सदस्य निभाएंगे। अधिकारियों के अनुसार, इससे बच्चों के कौशल में वृद्धि होगी और अनुभव आधारित सीखने के साथ वे अपनी जीवनशैली से जुड़ेंगे।
पीटीएम के दौरान अभिभावकों को मिलेगी जानकारी
शनिवार को स्कूलों में पीटीएम आयोजित की जाएगी, जिसमें शिक्षक शीतकालीन अवकाश के शेड्यूल और विद्यार्थियों के गृहकार्य के बारे में अभिभावकों को जानकारी देंगे। साथ ही बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए खेलकूद गतिविधियों जैसे मटका दौड़, नींबू दौड़, म्यूजिकल चेयर, और रस्साकशी की प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी।
अभिभावकों की जिम्मेदारियां
शीतकालीन अवकाश के दौरान अभिभावकों को निम्नलिखित जिम्मेदारियां निभाने के लिए कहा गया है:
- शाम 8 बजे तक टीवी बंद करें।
- बच्चों के स्कूल डायरी की समीक्षा करें।
- कमजोर विषयों पर ध्यान दें और बच्चों को समय पर उठने की आदत डालें।
- सोने से पहले शिक्षाप्रद कहानी सुनाएं और बच्चों को मोबाइल से दूर रखें।
- घर के कामों में बच्चों को मदद करें, जैसे खाना बनाना और सफाई में सहयोग करना।
आईटीआई में समय में बदलाव
ठंड और धुंध के कारण, आईटीआई में कक्षाएं अब सुबह 10 बजे से शुरू होकर 4 बजे तक चलेंगी। यह समय 1 से 31 जनवरी तक लागू रहेगा, जैसा कि कौशल विकास विभाग द्वारा जारी किया गया है।
यह शीतकालीन अवकाश बच्चों को नई शिक्षा और अनुभवों के साथ बिताने का अवसर प्रदान करेगा, जिसमें पारिवारिक संबंधों को मजबूत बनाने और ज्ञान की नई दिशा खोजने का मौका मिलेगा।