Sant Nirankari Mission : चंडीगढ़ के जीरकपुर स्थित स्थानीय निरंकारी सत्संग भवन में निरंकारी सतगुरू माता सुदीक्षा महाराज के आर्शीवाद से 15वां रक्तदान शिविर लगाया गया। संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन द्वारा आयोजित रक्तदान शिविर में 169 श्रद्धालुओं ने रक्तदान कर इस महायज्ञ में अपनी आहुति डाली। साथ ही हर जन और युवाओं को रक्तदान के लिए प्रेरित किया।
इससे पहले रक्तदान शिविर का शुभारंभ चंडीगढ़ जोन के जोनल इंचार्ज ओपी निरंकारी ने अपने कर कमलों द्वारा किया। इस अवसर पर जीरकपुर के मुखी महात्मा, ब्रांच के अन्य गणमान्य सेवादार व चंडीगढ़ के क्षेत्रीय संचालक करनैल सिंह मौजूद रहे। इस दौरान चंडीगढ़ जोन के जोनल इंचार्ज ओपी निरंकारी ने कहा कि निरंकारी सतगुरू माता सुदीक्षा की यही शिक्षा है कि मानवता के कल्याणार्थ जो भी सेवा करें, वह समर्पित और निष्काम भाव से ही की जानी चाहिए। रक्तदान जैसी सेवा जब निरीच्छित व निष्काम भावों से युक्त होकर की जाती है तो ऐसी सेवा मानवता के लिए वरदान साबित होती है।

उन्होंने कहा कि सेवा के द्वारा ही सुकून मिलता है। इसी का स्वरूप रक्तदान शिविरों में मिलता है। सतगुरू माता के प्रति असीम प्यार ही है कि इतनी गर्मी के बावजूद भी अनेकों श्रद्धालुओं, महिलाएं और सेवादल के सदस्यों का उत्साह देखते ही बनता था। इस मौके पर स्थानीय मुखी मास्टर सुरेंद्र कुमार ने चंडीगढ़ जोन के जोनल इंचार्ज ओपी निरंकारी, क्षेत्रीय संचालक करनैल सिंह, सभी रक्तदाताओं व राजकीय मेडिकल कॉलेज सैक्टर-32 से डॉ. अर्पिता परमार के नेतृत्व में आई टीम आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सतगुरू माता सुदीक्षा महाराज के आर्शीवाद से बाबा हरदेव सिंह के कथन मानव रक्त नालियों में नहीं, नाड़ियों में बहना चाहिए को सभी श्रद्धालुओं ने रक्तदान कर चरितार्थ किया।