हरियाणा के Panipat जिले के गांव बबैल में बुधवार सुबह एक 30 साल पुरानी छत अचानक भरभराकर गिर पड़ी। इस हादसे में 60 वर्षीय बुजुर्ग महिला और 5 साल की मासूम बच्ची मलबे में दब गईं। तेज आवाज सुनकर पड़ोसी दौड़े और तुरंत बचाव कार्य शुरू किया।
नीलम ने बताया कि वह अपनी मां सोना देवी (60) और भतीजी सवन्या (5) के साथ इस मकान में रहती है। सुबह करीब 7 बजे जब वह खाना बना रही थी, तभी अचानक कमरे की छत भरभराकर गिर गई और तीनों उसके नीचे दब गए।
नीलम किसी तरह खुद बाहर निकल आई और सबसे पहले बच्ची सवन्या को मलबे से बाहर निकाला। शोर सुनकर पड़ोसी भी मदद के लिए दौड़े और उन्होंने गंभीर रूप से घायल सोना देवी को बाहर निकाला।

हादसे में सोना देवी को गंभीर चोटें आईं, जिन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई, जबकि बच्ची सवन्या के सिर पर भी हल्की चोट आई है।
जानकारी के मुताबिक, सवन्या के पिता रवि की तीन साल पहले सड़क हादसे में मौत हो गई थी। इसके बाद रवि की पत्नी ने दूसरी शादी कर ली, जिससे सवन्या अपनी दादी के पास रहने लगी।
इस दर्दनाक घटना में मकान को भारी नुकसान हुआ और परिवार का सामान भी नष्ट हो गया। पड़ोसियों की सूझबूझ और तत्परता से बड़ा हादसा टल गया, लेकिन यह घटना पुराने और जर्जर मकानों की जांच की जरूरत को उजागर करती है।