हरियाणा सरकार ने रेल नेटवर्क को विस्तारित करने के लिए 7 विभागों के कंधों पर जिम्मेदारी डालते हुए एक कमेटी का गठन किया गया है। वर्तमान में हरियाणा सरकार ने सिरसा-चंडीगढ़ रेल कनेक्टिविटी के लिए एक स्टडी का आयोजन किया है। जिसमें नरवाना से उकलाना तक नई रेल लाइन के निर्माण पर फोकस किया जा रहा है। जिससे लोगों को सिरसा से चंडीगढ़ में सिर्फ 4 घंटों में पहुंचने का अवसर मिलेगा।
वहीं कुरूक्षेत्र में भी लगभग 10 किमी की दूरी पर नई कॉर्ड लाइन की बातचीत हो रही है और कैथल स्टेशन के लिए कैथल एलिवेटेड ट्रैक का मूल्यांकन भी जारी है। जिसको लेकर सरकार की ओर से 7 विभागों की टीम बनाई गई है और उसमें टाउन एंड कंट्री प्लानिंग, लोक निर्माण भवन और सड़क, उद्योग और वाणिज्य, हरियाणा राज्य औद्योगिक और बुनियादी ढांचा विकास निगम, हरियाणा मास रैपिड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन, हरियाणा इन्फ्रास्ट्रक्चर एंड इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड और गुरुग्राम मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी शामिल गया हैं।
2077 करोड़ से हो रहा मुख्य लाइन निर्माण
परियोजना के भाग में 2077 करोड़ रुपए की लागत से धुलावट से बाडसा तक मुख्य लाइन का निर्माण हो रहा है, जिसमें भारतीय रेलवे नेटवर्क से 11.40 किमी की कनेक्टिविटी शामिल है। इसमें पातली में दिल्ली-रेवाड़ी लाइन और सुल्तानपुर में गढ़ी हरसरू-फारुखनगर लाइन के लिंक भी हैं। एशियन इन्वेस्टमेंट बैंक ने परियोजना के भाग-ए के लिए 128 मिलियन अमरीकी डॉलर का ऋण स्वीकृत किया है, जो इसके सफल निष्पादन के लिए एक महत्वपूर्ण वित्तीय समर्थन है।
फरवरी 2024 तक कुरुक्षेत्र एलिवेटेड ट्रैक परियोजना पूरी होने की उम्मीद
कुरुक्षेत्र एलिवेटेड ट्रैक परियोजना, जिसकी लागत लगभग 225 करोड़ रुपए है, फरवरी 2024 तक पूरी होने की उम्मीद है। इससे यात्रीगण को एक और तेज़ और सुरक्षित विकल्प मिलेगा। हरियाणा रेल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड के मुख्य सचिव ने इसकी महत्वपूर्ण विवरण दिया है। इसमें एशियन डेवलपमेंट इन्फ्रास्ट्रक्चर बैंक के उच्च प्रतिनिधिमंडल ने हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर परियोजना की प्रगति का आकलन किया है, जिसमें 126 किलोमीटर की नई ब्रॉड गेज डबल लाइन वाला ओवरहेड इक्विपमेंट शामिल है।