रोहतक में साइबर टीम ने गांव बालियान निवासी पूर्व सैनिक धर्मवीर के साथ 2019 से 2022 तक हुऐ इंश्योरेंस पॉलिसी के नाम पर 17 लाख के फ्रॉड का खुलासा किया है। टीम ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है जिसमें नदीम गाजियाबाद का रहने वाला है रोहित और विवेक पश्चिम बंगाल से हैं हाल दिल्ली के रहने वाले हैं। साइबर टीम में आरोपियों से चार लाख नगद फर्जी सिम और आधा दर्जन एटीएम भी बरामद किए हैं।
साइबर टीम का दावा है कि इस मामले में काफी बड़ा मामला उजागर होने की संभावना है। तीनों आरोपियों को आज अदालत में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। तीनों ही आरोपी हेक्सर नामक लाइफ इंश्योरेंस कंपनी में काम करते थे। लेकिन वेतन कम होने की वजह से ग्राहकों से फ्रॉड करने का काम शुरू किया था। पुलिस ने लोगों का आ किया है की ऑनलाइन बिकने वाली इंश्योरेंस पॉलिसीयों की तरफ ज्यादा आकर्षित न हो क्योंकि इनमें ठगी की ज्यादा गांजा इस रहती है। अपने निकटतम एजेंट या कंपनी से इस बारे में संपर्क करना अच्छा रहता है अगर किसी के साथ वारदात हो जाती है तो 1930 पर तुरंत जानकारी दें ताकि ठगी पर जल्द कब हो पाया जा सकता है।
आरोपी फर्जी सिम से गाड़ी में बैठकर करते थे काम

2019 में पूर्व सैनिक धर्मवीर के पास इंश्योरेंस पॉलिसी से संबंधित आरोपियों ने फोन पर बात की थी जिसमें धर्मवीर को लालच दिया गया की जो पॉलिसी उसको बेची जा रही है वह कम पैसे में और कम समय में मैच्योर होने वाली है साथ ही जिसका रिटर्न भी काफी ज्यादा होगा। इसी लालच में धर्मवीर को छह पोलसिया रिलायंस निप्पोंन विवा लाइफ ,भारती एक्सा और फ्यूचर जनरल की बेची गई थी। आरोपी फर्जी सिम से गाड़ी में बैठकर काम करते थे और ग्राहक से पॉलिसी की किस्त लेते रहते थे लेकिन कंपनी में कुछ राशि ही जमा करवाते थे।
कम वेतन मिलने की वजह से करने लगे फ्रॉड
2019 से 2022 तक धर्मवीर के साथ 17 लाख की ठगी हो गई इसके बाद आरोपियों ने धर्मवीर के फोन उठाने बंद कर दिए ।पीड़ित धर्मवीर ने साइबर थाना रोहतक में इस संबंध में शिकायत दर्ज करवाई थी। जिस पर कार्रवाई करते हुए साइबर टीम ने मामले का खुलासा किया है साइबर टीम इंचार्ज कुलदीप ने बताया कि आरोपी हेक्सर लाइफ इंश्योरेंस कंपनी में काम करते थे जहां पर इनको वेतन और कमीशन कम मात्रा में मिलता था।

गैंग में 10 से 12 लोग है शामिल
इसके बाद कंपनी से पूरा डाटा लेकर इन्होंने ग्राहकों को ठगना शुरू कर दिया था थाना प्रभारी कुलदीप के अनुसार इस गैंग में लगभग 10 से 12 लोग काम कर रहे हैं अभी तक उनके हाथ तीन ही लगे हैं जबकि बाकी लोगों की तलाश जारी है । पुलिस ने लोगों को आगाह किया है कि वह ऑनलाइन बिकने वाली पॉलिसी की तरफ ज्यादा आकर्षित न हो इसमें ठगी के बहुत ज्यादा चांस रहते हैं साथ ही उन्होंने कहा की पुलिस द्वारा जारी की गई हेल्पलाइन नंबर 1930 पर इस तरह की वारदात के बारे में जानकारी दें तो कुछ ही घंटे में ठगा गया पैसा रिकवर होने की ज्यादा संभावना रहती है।