रोहतक के बहुचर्चित हिमानी नरवाल हत्याकांड ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। युवती की निर्मम हत्या और उसका शव सूटकेस में मिलने की घटना ने हरियाणा की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस बीच, मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग तेज हो गई है।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने इस हत्याकांड को प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था पर निशाना साधते हुए कहा कि इस मामले में गहन, निष्पक्ष और उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए, ताकि असली अपराधी जल्द से जल्द पकड़े जाएं और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिले। उन्होंने कहा कि यह बेहद दुखद और आघात पहुंचाने वाली घटना है। महिलाओं के खिलाफ ऐसे अपराधों पर सरकार को सख्त कार्रवाई करनी होगी, ताकि अपराधी वारदात करने से पहले सौ बार सोचें।
हुड्डा ने कहा कि इस घटना की हर पहलू से गहराई से जांच होनी चाहिए, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि हत्या किन परिस्थितियों में हुई और इसके पीछे कौन-कौन लोग शामिल हैं।
हुड्डा ने हरियाणा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि एनसीआरबी (नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो) के आंकड़े यह साबित करते हैं कि हरियाणा महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित राज्यों में शामिल हो गया है। प्रदेश में हर रोज औसतन 3-4 हत्याएं, 4-5 रेप, 10-12 अपहरण और 100 से ज्यादा चोरी, लूट, डकैती व फिरौती की घटनाएं हो रही हैं। उन्होंने कहा कि अगर सरकार अपराधियों पर सख्ती से नकेल नहीं कसती, तो प्रदेश में अपराधियों का मनोबल और बढ़ेगा।