रोहतक के मातूराम कम्युनिटी सेंटर में ईसाई मिशनरी के प्रार्थना सभा के दौरान जमकर हंगामा हुआ। हिंदू संगठनों ने भी गेट के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ किया व प्रार्थना सभा खत्म होने के बाद गंगाजल का छिड़काव किया। हिंदू समुदाय के लोगों का कहना है कि किसी भी धर्म से उन्हें नफरत नहीं है, लेकिन गरीब लोगों को धर्म परिवर्तन करवाना गलत है, जो सहन नहीं किया जाएगा।
वही ईसाई मिशनरी यह कार्यक्रम के आयोजकों का कहना है कि परमेश्वर का नाम लेना था और गरीब लोगों को खाना खिलाना ही मकसद था। गौरतलब है कि करीबन 200 लोगों के लिए कार्यक्रम किया गया था, लेकिन हंगामा देख दर्जन भर लोग ही ईसाई मिशनरी के कार्यक्रम में पहुंच पाए।
सवालों से बचती नजर आई पुलिस
माहौल को देख भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा और हिंदू समुदाय के लोगों को कार्यक्रम में नहीं जाने दिया और उन्हें गेट पर रोक लिया। सारे मामले में पुलिस पत्रकारों के सवालों से बचती हुई नजर आई।
प्रार्थना कर गरीबों को खिलाना था खाना
आयोजकों का कहना था कि उन्हें परमेश्वर की प्रार्थना करनी थी और गरीब लोगों को खाना खिलाना था लेकिन कार्यक्रम को रोक दिया गया। वहीं दूसरी ओर हिंदू समुदाय के लोगों का कहना है कि उन्हें किसी भी धर्म से द्वेष नहीं है, वह सभी धर्मों का सम्मान करते हैं, लेकिन यह लोग जानबूझकर गरीब लोगों को लालच देकर उनका धर्म परिवर्तन करते हैं, जो किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
5 मिनट में खत्म हुई प्रार्थना सभा
हालांकि माहौल को देख पुलिस ने ईसाई मिशनरी के लोगों को जल्द से जल्द वहां कार्यक्रम से निकाला। इसी दौरान 3 घंटे के कार्यक्रम में मात्र 5 मिनट में ही ईसाई मिशनरी के लोगों की प्रार्थना सभा खत्म हो गई।