गोहाना में किसानों

गोहाना किसान धरना प्रदर्शन: मांगों को पूरा करने के लिए किसानों ने दिया 7 दिन का समय, 15 नवंबर तक बंद हुआ पाइप लाइन बिछाने का काम

सोनीपत

सोनीपत के गोहाना में पाइप लाइन बिछाने का काम आंदोलनकारी किसानों और प्रशासन में सकारात्मक बातचीत के बाद 15 नवंबर तक बंद कर दिया गया है। किसानों ने अपनी मांगों को पूरा करने के लिए सात दिन का समय दिया है। यह निर्णय गुरुवार को शहर के लघु सचिवालय में किसान नेताओं की टीम और एस.डी.एम. अंजलि श्रोत्रिय के मध्य हुई बैठक में हुआ। उन्होंने पाइप लाइन दबाने का काम रुकवाने के फैसले का स्वागत किया है।

बता दें कि गोहाना के गांव कोहला में पिछले तीन महीने से किसान धरना चल रहा है। दो दिन से पुलिस और किसानों के बीच काफी तनातनी का माहौल बना हुआ था। पुलिस की मौजूदगी में तेल कंपनी पाइप लाइन बिछाने काम शुरू किया तो किसानों ने इसका पुरजोर विरोध किया। पुलिस ने दो दिन लगातार किसानों को हिरासत में लिया। जिसमें बड़ी संख्या में महिला किसानों को गिरफ्तार किया गया।

आज प्रदेश भर के हरियाणा के संयुक्त किसान मोर्चा के किसान संगठन नेता गांव कोहला में पहुंचकर किसान पंचायत में भाग लिया। इस किसान पंचायत में सभी किसान नेताओं ने तेल कंपनी और पुलिस की तानाशाही का विरोध किया। दिनभर चली पंचायत के बाद स्थानीय प्रशासन के बीच  सकारात्मक बातचीत के बाद 15 नवंबर तक बंद कर दिया गया है

क्या है सारा मामला-

गांव कोहला के खेतों में न्यू मुद्रा गुजरात से पानीपत रिफाइनरी तक पाइप लाइन को बिछाने का काम किया जा रहा है। जमीन के मुआवजे को किसान अपर्याप्त बता रहे हैं। उनका यह भी आरोप है कि सरकार मुआवजे को लेकर भेदभाव कर रही है।

पानीपत के किसानों को अपेक्षाकृत ज्यादा दरों से मुआवजा दिया गया है। इस के विरोध किसान 6 अगस्त से कोहला गांव में धरने पर बैठे हुए हैं। मंगलवार को प्रशासन ने भारी संख्या में पुलिस बल को साथ गांव कोहला में तेल सप्लाई के लिए पाइप लाइन बिछाने का काम शुरू करा दिया था। किसानों ने काम करने पर विरोध किया तो 24 किसानों को हिरासत में लेने के कुछ घंटे बाद छोड़ दिया था।

बुधवार को भी 42 किसानों को हिरासत में लेने के बाद छोड़ दिया था। गुरुवार को किसान नेताओं ने गांव कोहला में पंचायत बुलाने का निर्णय लिया था सभी किसान नेताओं ने पाइप लाइन दबाने का काम रुकवाने के फैसले का स्वागत किया है प्रशासन इस बिंदु पर भी सहमत हो गया कि कोहला गांव के किसानों के धरना स्थल से पुलिस बल को हटा लिया जाएगा। किसान नेताओं ने कहा यह धरना अभी जारी रहेगा जब तक किसानों की मांगे पूरी नहीं हो जाती।

अन्य खबरें….