हरियाणा के सोनीपत के गांव लाठ की बेटी Kajal ने वर्ल्ड चैंपियनशिप में 69 किलोग्राम भार वर्ग में यूक्रेन की ओलेकसांद्रा रिबाक को 9-2 से हराकर गोल्ड मेडल जीता है। काजल की इस बड़ी उपलब्धि से पूरे परिवार और गांव में खुशी की लहर है, मिठाइयां बांटी जा रही हैं। काजल और उसके परिवार का सपना अब ओलंपिक में गोल्ड मेडल लाने का है।
काजल, जो 16 साल की उम्र में 16 बार भारत केसरी का खिताब अपने नाम कर चुकी हैं, ने इस बार वर्ल्ड चैंपियनशिप में अपनी कुश्ती के दमखम से भारत को गोल्ड मेडल दिलाया है। काजल ने सब जूनियर अंडर-17 प्रतियोगिता में खेलते हुए यह सफलता हासिल की है। पिछली बार वह वर्ल्ड चैंपियनशिप में मेडल से चूक गई थीं, लेकिन इस बार उन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल जीता है।
काजल का कठिन मुकाबला और ओलंपिक सपना
काजल ने वीडियो कॉल के जरिए बताया कि इस बार सभी मुकाबले अच्छे रहे, लेकिन तीसरा मुकाबला काफी कठिन था। उन्होंने लगातार मेहनत से साबित कर दिया कि हरियाणवी लड़कियां किसी से कम नहीं हैं। काजल का कहना है कि ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतना उनका सबसे बड़ा सपना है और इसके लिए वह कड़ी मेहनत कर रही हैं। वह तीन बार एशियन चैंपियनशिप में भी गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं।
परिवार की खुशी और समर्थन
काजल के चाचा, कृष्ण पहलवान, ने बताया कि उनका सपना था कि वह कुश्ती में आगे बढ़ें, लेकिन उनका सपना पूरा नहीं हो सका। इसलिए उन्होंने काजल को कुश्ती के मैदान में उतारा और अब वह काजल की हर जीत को अपनी मानते हैं। परिवार में खुशी का माहौल है और काजल का भव्य स्वागत करने की तैयारी की जा रही है। परिवार भी ओलंपिक गोल्ड मेडल का सपना लेकर काजल का समर्थन कर रहा है।