Sonipat: Girlfriend came out of the bag! 'Prank' turned into a ruckus in OP Jindal University

Sonipat: बैग से निकली गर्लफ्रेंड! ओपी जिंदल यूनिवर्सिटी में ‘प्रैंक’ बन गया हंगामा

सोनीपत

Sonipat में ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी में एक अजीबो-गरीब घटना सामने आई है, जहां एक युवती को ट्रॉली बैग में बंद कर गर्ल्स हॉस्टल से बॉयज हॉस्टल भेजने का प्रयास किया गया। यह घटना अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है और यूनिवर्सिटी प्रशासन के लिए एक नई चुनौती खड़ी कर दी है।

घटना का प्रारंभ

युवती, जो बिजनेस लॉ की सेकंड ईयर की स्टूडेंट है, और उसका बॉयफ्रेंड दोनों इसी यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहे थे। यूनिवर्सिटी में लड़कियों और लड़कों को एक-दूसरे के हॉस्टल में जाने की अनुमति नहीं है। ऐसे में दोनों की मुलाकात का तरीका एक असामान्य तरीका ढूंढा गया। उनका प्लान था कि युवती को ट्रॉली बैग में छुपाकर बॉयज हॉस्टल भेजा जाएगा और फिर उसे वापस गर्ल्स हॉस्टल में ले आया जाएगा।

बैग में युवती को पैक करने की योजना

यूनिवर्सिटी के छात्रों ने मिलकर इस योजना को तैयार किया। ट्रॉली बैग का चयन किया गया क्योंकि छात्रों के लिए बैग का उपयोग सामान लाने-ले जाने के लिए सामान्य बात थी, और इससे किसी को शक नहीं हो सकता था। एक 2 फीट का बैग लिया गया और युवती को इस बैग में छुपा दिया गया। बैग में पैक होने के बाद, उसे यूनिवर्सिटी के गेट पर उसके बॉयफ्रेंड को सौंपा गया।

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बैग में झटका और युवती की चीख

युवती को बैग में पैक कर जब उसे बॉयज हॉस्टल की ओर भेजा जा रहा था, तो बैग के पहिये में अचानक एक समस्या आई। बैग को तेजी से खींचने की वजह से पहिया टूट गया, जिससे बैग को झटका लगा। इस झटके से युवती की चीख निकल गई, जो सिक्योरिटी गार्ड के लिए संदेह का कारण बन गई। सिक्योरिटी गार्ड ने बैग को खोलने का आदेश दिया और अंदर से युवती निकली।

प्रैंक का खुलासा और सिक्योरिटी की भूमिका

युवती ने सिक्योरिटी गार्ड्स से कहा कि यह एक प्रैंक था, जिसे उसके दोस्तों ने किया था। इसके बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इस घटना को गंभीरता से लिया और युवती को शो-कॉज नोटिस जारी किया।

यूनिवर्सिटी और पुलिस का बयान

यूनिवर्सिटी प्रशासन की चीफ कम्युनिकेशन ऑफिसर अंजू मोहूं ने कहा कि उनकी सिक्योरिटी बहुत मजबूत है, और घटना के वक्त सभी सुरक्षा उपायों का पालन किया गया था। उन्होंने यह भी बताया कि यह पूरी घटना छात्रों की शरारत थी।

पुलिस ने इसे एक प्रैंक बताया है, और यूनिवर्सिटी ने मामले की जांच शुरू कर दी है। हालांकि, पुलिस ने अभी तक कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं की है। यूनिवर्सिटी के चौकी प्रभारी ने कहा कि 25 अप्रैल को इस मामले पर सुनवाई होगी और पता लगाया जाएगा कि इस पूरी घटना में कितने छात्र-छात्राएं शामिल थे।

सवालों का घेरे में वीडियो

इस पूरे घटनाक्रम के साथ कुछ सवाल भी खड़े हुए हैं। पहला, यह घटना कब की है और वीडियो कब बनाया गया था? दूसरा, वीडियो को किसने बनाया और क्यों वायरल किया गया? इन सवालों का जवाब अभी तक सामने नहीं आया है।

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