हरियाणा BJP की प्रदेश महामंत्री अर्चना गुप्ता की जुबान मंगलवार को एक कार्यक्रम में फिसल गई। उन्होंने सीएम नायब सैनी की तारीफ करते हुए कहा, “जिन्होंने हंसते-हंसते कांग्रेस का सूपड़ा साफ कर दिया, जिन्होंने हंसते-हंसते हुड्डा का कत्ल कर दिया।”
यह बयान सुनकर शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने उन्हें तुरंत रोका। इस बयान ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी। अर्चना गुप्ता भाजपा की मेयर उम्मीदवार कोमल सैनी के नामांकन में सीएम नायब सैनी और मंत्री महिपाल ढांडा के साथ शामिल हुई थीं।
वहीं, गुरुग्राम में कांग्रेस के कैंडिडेट की सभा में उनके मामा ने भी विवादित बयान दिया। उन्होंने कहा, “सीमा पाहुजा हमारी भांजी हैं और हमें खुशी हो रही है कि परिवार के साथ तो सभी चलते हैं, ये बेचारी फॉर्म भरने आई है, अगर हम इसका साथ नहीं देंगे तो कौन देगा।” उन्होंने रावण के उदाहरण का भी जिक्र किया, जिसमें उन्होंने कहा कि हमें रावण का साथ देना है, चाहे उसने अत्याचार किया हो।
सियासी बयानबाजी का दौर यहीं खत्म नहीं हुआ। भाजपा के पूर्व मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने पार्टी में बागियों पर निशाना साधते हुए कहा कि “जयचंद जैसी प्रवृत्ति के लोगों का भाजपा में कोई स्थान नहीं है।” उन्होंने साफ कहा कि वे पार्टी को मजबूत बनाने के लिए हमेशा काम करेंगे और अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं करेंगे।
गुप्ता ने खुलासा किया कि उन्हें मुख्यमंत्री नायब सैनी का हिसार दौरा रद्द करवाने में कोई भूमिका नहीं है। हालांकि, भाजपा के बागियों ने गुप्ता को झटका देते हुए भाजपा में वापसी का रास्ता तैयार कर लिया है। पूर्व मेयर गौतम सरदाना और भाजपा के कोषाध्यक्ष रहे तरुण जैन ने पार्टी के मेयर उम्मीदवार को समर्थन देने का ऐलान किया। जैन ने कहा कि उनकी पूर्व मंत्री गुप्ता से कोई नाराजगी नहीं है, लेकिन अब वे भाजपा के साथ हैं।