उत्तर भारत में बदलते मौसम के साथ बीमारियां भी बढ़ गई है। बरसाती सीजन में डेंगू मलेरिया और चिकनगुनिया के केस अब सामने आने लगे हैं। Yamunanagar जिले में डेंगू मलेरिया और चिकनगुनिया के केस पाए गए हैं। मानसून सीजन जितनी राहत लोगों के लिए आता है उससे कहीं ज्यादा मुसीबत भी आम लोगों की बढ़ जाती है।
मानसून सीजन में गंभीर बीमारियां पनपने लग जाती है। यमुनानगर जिले में कई केस सामने आए हैं और अब इन केसों में धीरे-धीरे इजाफा भी होने लग गया है। यमुनानगर में डेंगू के तीन मलेरिया और चिकनगुनिया के एक-एक केस सामने आए हैं। हालांकि यह व्यक्ति पानीपत के रहने वाले ही हैं लेकिन काम के लिए हफ्ताभर शहर से बाहर रहते हैं। इन गंभीर बुखार को देखते हुए यमुनानगर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है।
डेंगू के मरीजों के लिए अलग से वॉर्ड

जिन मरीजों में बुखार जैसी गंभीर समस्या सामने आ रही है उनका तुरंत टेस्ट किया जा रहा है। डिप्टी सिविल सर्जन सुशीला सैनी का कहना है कि यमुनानगर जिले में डेंगू के केस जरूर सामने आए हैं लेकिन हमारी लोगों से अपील है कि अपने घर के आसपास गंदा पानी न जमा होने दें क्योंकि मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया जैसे घातक बुखार की जड़ जमा पानी ही है। उन्होंने बताया है कि रोजाना टेस्ट किए जा रहे हैं और अब इन टेस्ट में इजाफा भी हो रहा है। यमुनानगर सिविल अस्पताल में डेंगू मरीजों के लिए अलग से वॉर्ड भी बनाया गया है और उस वॉर्ड में साफ सफाई का खास ख्याल रखा जा रहा है।