Ayurvedic Tips : फिट और हेल्दी रहने के लिए मौसम के अनुसार भोजन करने की सलाह दी जाती है। यानी सर्दी में गर्म तासीर और गर्मियों में ठंडी तासीर वाली चीजों का सेवन करना चाहिए। अब ऐसे में धूप और गर्मी से लोग काफी परेशान हैं। जिसकी वजह से लोगों को हीट स्ट्रोक, स्किन बर्न, एलर्जी और पेट में इंफेक्शन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
इसलिए इस मौसम में शरीर को ठंडा रखना बहुत जरूरी होता है। इसी कड़ी में आयुर्वेद के अनुसार शरीर को ठंडा रखने और पित्त को कम करने के लिए ठंडी तासीर वाली जड़ी-बूटियों का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है। तो चलिए अब जानते हैं ठंडी तासीर वाली जड़ी बूटियों के बारे में।
बात करते हैं ठंडी तासीर वाली जड़ी बूटियों के बारे में।
मुलेठी- Mulethi for Summer
मुलेठी औषधीय गुणों से भरपूर होती है। आयुर्वेद में मुलेठी का उपयोग कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का इलाज करने के लिए किया जाता है। मुलेठी की तासीर ठंडी होती है। इसलिए गर्मियों में मुलेठी का सेवन करना काफी फायदेमंद होता है। गर्मी में आप मुलेठी की जड़ को चबा सकते हैं। आप चाहें तो इसके पाउडर को पानी के साथ मिलाकर भी ले सकते हैं। इतना ही नहीं, गर्मियों में मुलेठी की चाय पीना भी फायदेमंद होता है। मुलेठी गले और पेट की जलन को कम करने में मदद कर सकती है। अगर आप गर्मी में मुलेठी का सेवन करेंगे, तो इससे पित्त भी संतुलन में रहेगा।
हरी इलायची- Green Cardamom for Summer
इलायची दो तरह की होती है। बड़ी इलायची की तासीर गर्म होती है, जबकि हरी इलायची की तासीर ठंडी होती है। इसलिए गर्मियों में लोग चाय में अदरक के बजाय इलायची डालना पसंद करते हैं। अगर आप इलायची वाली चाय पिएंगे, तो इससे शरीर को ठंडक मिलेगी। इलायची पेट की ऐंठन और दर्द को भी कम करने में मदद करती है। इसके अलावा, इलायची पित्त को कम करती है। गर्मी में आप हरी इलायची का सेवन चाय और खाने में मिलाकर कर सकते हैं।
खस की जड़- Khas for Summer
आयुर्वेद में खस की जड़ को काफी महत्वपूर्ण माना गया है। इसमें एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल, एंटीइंफ्लेमेटरी जैसे औषधीय गुण पाए जाते हैं। खस की जड़ की तासीर बेहद ठंडी होती है। इसलिए आपको गर्मी के मौसम में खस की जड़ को अपने आहार में जरूर शामिल करना चाहिए। आप खस की जड़ का पानी बनाकर पी सकते हैं। इसके लिए एक बोतल पानी लें। इसमें खस की जड़ डालें और कुछ घंटों के लिए छोड़ दें। अब इस पानी को पूरे दिनभर पीते रहें। इससे पेट को ठंडक मिलेगी। पेट और सीने की जलन में आराम मिलेगा। अगर आपकी पित्त प्रकृति है, तो गर्मियों में खस की जड़ का पानी जरूर पिएं।
पुदीना- Mint for Summer
गर्मी के मौसम में पुदीने का उपयोग अधिकतर लोग करते हैं। आप पुदीने का पानी पी सकते हैं या फिर पुदीने की चटनी बनाकर भी सकते हैं। दरअसल, पुदीना एक ठंडी जड़ी-बूटी है। ऐसे में अगर इसका सेवन गर्मी में किया जाता है, तो इससे शरीर को ठंडक मिलती है। पुदीना पाचन को भी दुरुस्त करता है। गर्मियों में पुदीने का पानी पीने से शरीर डिटॉक्स होता है। पुदीना पित्त दोष को भी कम करने में मदद करता है। इसके लिए आप पुदीने की कुछ पत्तियों को रातभर पानी में भिगोकर रख दें। सुबह उठकर इस पानी को छानकर पी लें। आप चाहें तो पुदीने को पानी में उबालकर भी पी सकते हैं।
भृंगराज- Bhringraj for Summer
आयुर्वेद में भृंगराज का उपयोग बालों से जुड़ी समस्याओं को ठीक करने के लिए किया जाता है। लेकिन सेहत के लिए भी भृंगराज को लाभकारी माना गया है। भृंगराज अपच, गैस और कब्ज से छुटकारा दिलाने में सहायक होता है। यह लिवर और आंतों के स्वास्थ्य में भी सुधार कर सकता है। भृंगराज की तासीर ठंडी होती है। इसलिए अगर गर्मी के मौसम में आपको पेट से जुड़ी कोई समस्या होती है, तो भृंगराज का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है। इसके लिए आप भृंगराज का ताजा जूस बनाकर पी सकते हैं।