Ayodhya से एक अनोखा मामला सामने आया है जिसने सभी को हैरान कर दिया है। प्रदेश की योगी सरकार ने अयोध्या में प्रभु राम की प्राण प्रतिष्ठा से पहले अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ तीन पथों का निर्माण कराया था। इनमें सबसे लंबा राम पथ है, दूसरा जन्म भूमि पथ, और तीसरा भक्ति पथ। इन सभी पथों पर हाईटेक लाइटिंग लगाई गई थी ताकि श्रद्धालु रात में भी दिन जैसा अनुभव कर सकें।
रामपथ और भक्तिपथ पर लगी लाइटों की चोरी का मामला सामने आया है। लाइट लगाने वाली संस्था यश इंटरप्राइजेज ने अयोध्या के थाना राम जन्मभूमि में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। संस्था के कर्मचारी शेखर शर्मा के अनुसार, रामपथ और भक्तिपथ से 50 लाख की लाइटें चोरी हो गई हैं। चोरी हुई लाइटों में 3800 बैम्बू लाइट और 96 गोबो प्रोजेक्टर शामिल हैं।
एफआईआर और पुलिस जांच
मंगलवार को रामजन्मभूमि थाने में एफआईआर दर्ज करवाई गई। एफआईआर के अनुसार, रामपथ के पेड़ों पर 6400 बैम्बू लाइट और भक्तिपथ पर 96 गोबो प्रोजेक्टर लाइटें लगाई गई थीं। अब तक 3800 बैम्बू लाइट और 36 गोबो प्रोजेक्टर लाइट चोरी हो चुकी हैं।
पुलिस और प्रशासन की प्रतिक्रिया
अयोध्या पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। इस पर अयोध्या के कमिश्नर गौरव दयाल ने कहा कि राम पथ पर कोई भी लाइट गायब नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि इतनी कड़ी सुरक्षा के बीच लाइट चोरी होना संभव नहीं है। हो सकता है कि बंदरों ने कुछ लाइटों को क्षतिग्रस्त कर दिया हो। जो संख्या यश इंटरप्राइजेज के लोग बता रहे हैं, वह संभव नहीं लगती है। कमिश्नर ने आश्वासन दिया कि मामले की पूरी जांच की जाएगी और सच्चाई का पता लगाया जाएगा।