उम्र 17 साल 4 पैर और

17 साल के लड़के के पेट से निकले दो अतिरिक्त पैर! AIIMS के डॉक्टरों ने दुर्लभ सर्जरी कर दी नई जिंदगी, दुनियाभर में ऐसे सिर्फ 42 मामले

देश Health

NEW DELHI अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के डॉक्टरों ने 17 साल के एक लड़के को नया जीवन दिया है। यह लड़का जन्म से ही एक दुर्लभ शारीरिक विकृति से जूझ रहा था, जिसमें उसके पेट से दो अतिरिक्त पैर जुड़े हुए थे। यह स्थिति ‘इनकंप्लीट पैरासाइटिक ट्विन’ कहलाती है, जिसमें गर्भ में दो जुड़वां भ्रूणों में से एक पूरी तरह विकसित नहीं हो पाता और उसके शरीर के कुछ हिस्से दूसरे भ्रूण में जुड़ जाते हैं।

डॉक्टरों ने समय रहते किया कमाल

मेडिकल एक्सपर्ट्स के अनुसार, यह समस्या तब होती है जब एक भ्रूण पूरी तरह विकसित नहीं हो पाता और उसका कुछ हिस्सा अन्य भ्रूण से चिपका रह जाता है। इस लड़के के मामले में अधूरे भ्रूण के पैर उसके शरीर से जुड़े रह गए थे, जो धीरे-धीरे बढ़ रहे थे और उसके आंतरिक अंगों पर दबाव डाल रहे थे।

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डॉक्टरों का कहना है कि यह बेहद दुर्लभ स्थिति है और दुनियाभर में अब तक केवल 42 ऐसे मामले ही दर्ज किए गए हैं। यह स्थिति लगभग एक करोड़ जन्मों में से एक में देखने को मिलती है। अगर इस तरह की जन्मजात विकृतियों को जल्द ठीक नहीं किया जाए तो वे शरीर के अन्य अंगों को प्रभावित कर सकती हैं।

शारीरिक तकलीफों के साथ मानसिक पीड़ा भी झेल रहा था लड़का

उत्तर प्रदेश के बलिया जिले से आए इस लड़के को न सिर्फ शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ा, बल्कि समाज के तानों और उपहास का भी शिकार होना पड़ा। पेट से जुड़े दो अतिरिक्त पैरों की वजह से वह हमेशा खुद को कपड़ों से ढककर रखता था। जब वह कक्षा 8 में था, तब दोस्तों और लोगों के तानों की वजह से उसे स्कूल छोड़ना पड़ा। अतिरिक्त पैर शरीर के अन्य अंगों पर दबाव डाल रहे थे, जिससे उसका शारीरिक विकास प्रभावित हो रहा था।

  • विशेषज्ञों की टीम ने किया ऑपरेशन

इस दुर्लभ और जटिल ऑपरेशन को AIIMS दिल्ली के विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने अंजाम दिया। ऑपरेशन को सफलतापूर्वक करने वाली टीम में शामिल थे( सर्जरी विभाग के एडिशनल प्रोफेसर डॉ. आसुरी कृष्णन] डॉ. वी.के. बंसल, प्लास्टिक सर्जन डॉ. मनीष सिंघल, एनेस्थीसिया विशेषज्ञ डॉ. राकेश, रेडियोलॉजिस्ट डॉ. अंकिता अग्रवाल

डॉक्टरों के मुताबिक, यह AIIMS के लिए भी पहली बार था कि उन्होंने इस तरह की जटिल और दुर्लभ सर्जरी को अंजाम दिया। ऑपरेशन के बाद लड़का पूरी तरह स्वस्थ है और अब वह बिना किसी परेशानी के सामान्य जीवन जी सकता है।

अब नई जिंदगी की शुरुआत, जल्द फिर से स्कूल जाने की ख्वाहिश

सफल ऑपरेशन के बाद लड़के और उसके परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं है। अब वह बिना किसी डर और झिझक के एक सामान्य जीवन जी सकता है। डॉक्टरों ने उसे पूरी तरह स्वस्थ घोषित कर दिया है, और वह जल्द ही फिर से पढ़ाई शुरू करने की योजना बना रहा है।

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