भारत की Deepti Jeevanji ने पैरालंपिक्स 2024 में महिलाओं की 400 मीटर रेस (टी20 कैटेगरी) में ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया। उन्होंने 55.82 सेकेंड में रेस पूरी की और मेडल पर निशाना साधा। यह उनका पहला पैरालंपिक खेलों में भाग लेना था। दीप्ति ने रेस के आखिरी क्षणों में जोरदार प्रयास किया, लेकिन गोल्ड मेडल यूक्रेन की यूलिया शूलियर ने 55.16 सेकेंड में जीत लिया। सिल्वर मेडल तुर्की की एसेल ओंडेर ने 55.23 सेकेंड में जीता।
दीप्ति जीवांजी वर्तमान में पैरा एथलेटिक्स में महिलाओं की 400 मीटर रेस टी20 कैटेगरी की वर्ल्ड चैंपियन हैं। उन्होंने हाल ही में कोबी में हुई पैरा एथलेटिक्स वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता था और 2022 के एशियाई पैरा खेलों में भी गोल्ड मेडल विजेता रही थीं।
पैरालंपिक्स में भारत का छठा मेडल
दीप्ति ने पैरालंपिक्स की किसी एथलेटिक्स प्रतियोगिता में भारत को छठा मेडल दिलाया है। इससे पहले प्रीति पाल ने एथलेटिक्स में 2 ब्रॉन्ज मेडल, सुमित अंतिल ने जेवलिन थ्रो में गोल्ड, और निषाद कुमार और योगेश कथुनिया ने सिल्वर मेडल जीते थे।
दीप्ति जीवांजी का परिचय
दीप्ति जीवांजी का जन्म 27 सितंबर 2003 को तेलंगाना के कालेड़ा गांव में हुआ था। महज 21 साल की उम्र में उन्होंने पैरा एथलेटिक्स में अपना नाम ऊंचा किया है। उनके परिवार ने आर्थिक तंगी के चलते कठिनाइयों का सामना किया, लेकिन दीप्ति ने सभी बाधाओं को पार करके देश का नाम रोशन किया है।