Prayagraaj में चल रहे महाकुंभ में चर्चा का विषय बने हुए Viral IITian बाबा अभय सिंह Haryana के Jhajjar जिले सिसरोली गांव के रहने वाले हैं। उनका जीवन एक अद्वितीय सफर है, जिसमें उन्होंने शिक्षा, नौकरी और अब अध्यात्म को अपनाया है। बाबा अभय सिंह के पिता, करण ग्रेवाल, जो झज्जर न्यायालय में अधिवक्ता के तौर पर प्रैक्टिस करते हैं, का कहना है कि करीब 6 महीने पहले उनका बेटा उनसे आखिरी बार बात की थी।
उसके बाद से अभय सिंह ने परिवार से पूरी तरह से दूरी बना ली है। करण ग्रेवाल ने यह भी बताया कि उनका परिवार चाहता है कि बेटा घर लौटे, लेकिन वे मानते हैं कि अब बाबा बनने के बाद उनके बेटे का परिवार में लौटना संभव नहीं होगा।
बाबा अभय सिंह के आध्यात्मिक मार्ग पर चलने के बाद परिवार के लिए कठिन समय
उनके पिता का कहना है कि वह चाहते थे कि उनका बेटा घर वापस आ जाए, लेकिन अब वह यह मानते हैं कि बाबा बनने के बाद उनके लिए परिवार में लौटना मुश्किल हो सकता है। बाबा अभय सिंह ने महाकुंभ के दौरान मीडिया से बात करते हुए अपने आईआईटी से स्नातक होने और सोशल मीडिया पर अपनी बढ़ती प्रसिद्धि के बारे में बताया।
अभय सिंह के पिता ने यह भी बताया कि उन्होंने अपने बेटे का इलाज भिवानी के एक अस्पताल में कराया था, जहां उन्हें पता चला कि उनका बेटा अब आध्यात्मिक मार्ग पर चलने की दिशा में अग्रसर है। साथ ही, अभय सिंह ने छह महीने पहले परिवार के सभी फोन नंबर ब्लॉक कर दिए थे, जिसके कारण परिवार को उनका कोई संपर्क नहीं मिल पा रहा था।
जब बाबा अभय सिंह का वीडियो महाकुंभ में वायरल हुआ, तब परिवार को उनके बारे में जानकारी मिली और उन्हें यह भी पता चला कि वह उज्जैन कुंभ भी गए थे। अब सोशल मीडिया पर उनकी चर्चा हो रही है।
इससे यह स्पष्ट होता है कि बाबा अभय सिंह का जीवन एक बड़े बदलाव से गुजर रहा है, और उनके परिवार के लिए यह एक कठिन समय है क्योंकि वे अपने बेटे के फैसले को समझने की कोशिश कर रहे हैं।
शिक्षा और करियर
बाबा अभय सिंह बचपन से ही पढ़ाई में बेहद मेधावी थे। उन्होंने स्थानीय स्कूलों से अपनी शिक्षा प्राप्त की और बाद में दिल्ली से IIT के एग्जाम की कोचिंग ली। इसके बाद, मुंबई IIT से उन्होंने अपनी डिग्री पूरी की और मास्टर ऑफ डिजाइनिंग (M.Des) का कोर्स भी किया। इसके बाद उन्होंने दिल्ली और कनाडा में प्रतिष्ठित कंपनियों में काम किया।
कनाडा छोड़कर भारत लौटे
कनाडा में नौकरी करने के बाद अभय सिंह ने भारत लौटने का निर्णय लिया। इसके बाद वह सर्दियों में मनाली, शिमला, हरिद्वार जैसे स्थानों पर घूमते रहते थे, जहां उन्होंने आध्यात्मिकता की ओर रुझान दिखाना शुरू किया।
अध्यात्म की ओर रुझान
करण ग्रेवाल ने बताया कि एक बार वे अभय को भिवानी के अस्पताल में इलाज के लिए ले गए थे, जहां उन्हें उनके आध्यात्मिक होने का पता चला। पिता के अनुसार, अभय सिंह अब अध्यात्म का संदेश देने में लगे हैं।
वीडियो वायरल होने से मिली जानकारी
बाबा अभय सिंह ने महाकुंभ के दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि वह मुंबई IIT से पास आउट हैं और अब उनकी प्रसिद्धि सोशल मीडिया पर बढ़ रही है। अभय सिंह का एक वीडियो वायरल होने के बाद उनके परिवार को पता चला कि वह कहां हैं। इससे पहले, अभय ने अपने परिवार के फोन नंबर ब्लॉक कर दिए थे, जिसके कारण उनका ठिकाना नहीं मिल पा रहा था। बाबा अभय सिंह अब एक आध्यात्मिक मार्ग पर चल रहे हैं, उनके परिवार की उम्मीदें अब भी बरकरार हैं कि उनका बेटा एक दिन घर लौटेगा, लेकिन यह संकोच और बदलाव का समय है।