Modinagar में औषधि विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए नकली दवाओं की खेप पकड़ी है जो शुगर, गठिया, वाय, बबासीर के इलाज में लाभकारी बताकर बाजार में बेची जा रही थीं। पुलिस के साथ औषधि विभाग ने मोदीनगर स्थित दो परिसरों पर दबिश दी है। बिना लाइसेंस से औषधियों का भंडारण और विक्रय किया जा रहा था। इस मामले में एक आरोपी को हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
गोपनीय सूचना पर जांच के लिए पहुंची टीम
मोदीनगर क्षेत्र के गांव बिसोखर मारूफ मोहल्ला में मुकेश भाटिया द्वारा एक मकान में नकली औषधियां बनाने, भंडारण करने और क्रय विक्रय करने की सूचना मिली थी। गोपनीय सूचना के आधार पर औषधि निरीक्षक गाजियाबाद आशुतोष मिश्रा और वैभव बब्बर ने मोदीनगर थाना पुलिस के सहयोग से तय पते पर दबिश दी। मकान के अंदर दवाओं का भंडारण पाया गया।
पूछताछ में दूसरे गोदाम का भी हुआ खुलासा
पूछताछ़ करने पर आरोपी मुकेश ने बताया दवाओं का दूसरा स्टॉक विसोखर गांव में ट्रांसफर कर दिया गया है। वहीं इन सभी टैबलेट व कैप्सूल को एक पाउच में डालकर पेक किया जाता है। मौके पर पहुंची टीम ने ताला खुलवार अंदर प्रवेश् किया। मौके पर भारी मात्रा में दवाओं की खेप मिली। दवाओं की पेकिंग पर वाय की दवा, मिनी आर्थो सायटिका, बबासीर, शुगर में लाभकारी दवा के लेवल लगे पाए गए।
तीन जिलों की औषधि निरीक्षक मौके पर पहुंचे
बरामद औषधियां और पैकिंग मैटेरियल भारी मात्रा में होने के कारण औषधि विभाग के अधिकारियों ने मेरठ मंडल के सहायक आयुक्त औषधि को जानकारी दी। इसके बाद मेरठ से दो और बागपत से एक औषधि निरीक्षक को मौके पर भेजा गया।
किडनी और लीवर के लिए घातक औषधियां
अधिकारियों ने बताया क उक्त औषधियों का दुरुपयोग स्टेरोयड के रूप में किया जाता है। जिसमें कीडनी और लीवर के खराब होने एवं गहरा दुष्प्रभाव पड़ता है।