Haryana में इस साल अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। कांग्रेस(Congress) ने इसके लिए औपचारिक प्रचार शुरू कर दिया है। ‘हरियाणा मांगे जवाब(Haryana Maange Jawab)’ कैंपेन की शुरुआत(started the campaign) करनाल(Karnal) से की गई है।
बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बेटे और रोहतक के सांसद दीपेंद्र हुड्डा(Deepender) और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान इस अभियान की शुरुआत कर रहे हैं। करनाल को चुना गया, क्योंकि यहां से बीजेपी सरकार के नेता और मुख्यमंत्री नायब सैनी विधायक हैं। कांग्रेस ने बीजेपी को चुनौती देने के लिए करनाल को प्राथमिकता दी है। करनाल हरियाणा की सबसे ज्यादा 30 सीटों वाली जीटी रोड बेल्ट का हिस्सा है, जिसे बीजेपी का गढ़ माना जाता है। कांग्रेस ने इस इलाके में बीजेपी की पकड़ को कमजोर करने के लिए यह योजना बनाई है।

दीपेंद्र हुड्डा करनाल में पदयात्रा करेंगे और इसके बाद 9 जिलों के 14 विधानसभा क्षेत्रों में जाएंगे। इस अभियान को बाद में राज्य की सभी 90 सीटों पर लॉन्च किया जाएगा। इस अभियान से कांग्रेस के कुछ बड़े नेता दूरी बना रहे हैं। सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला के गुट ने इस अभियान में शामिल नहीं होने का फैसला किया है। असंध विधानसभा से विधायक शमशेर सिंह गोगी ने बताया कि उन्हें ‘हरियाणा मांगे हिसाब’ अभियान का निमंत्रण नहीं मिला है।

चुनाव में चुनौती, कांग्रेस ने कसी कमर
पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर को विधानसभा चुनाव में चुनौती देने के लिए कांग्रेस ने कमर कस ली है। जीटी रोड बेल्ट को लुभाने के लिए दीपेंद्र हुड्डा आज हरियाणा मांगे हिसाब अभियान की शुरुआत करेंगे। हालांकि, इस अभियान में रणदीप सुरजेवाला और कुमारी सैलजा के गुट का कोई नेता नजर नहीं आएगा। असंध विधानसभा से विधायक शमशेर सिंह गोगी को कांग्रेस के हरियाणा मांगे हिसाब अभियान का निमंत्रण नहीं मिला।

गांधी चौक पर समाप्त होगी यात्रा
सांसद दीपेंद्र हुड्डा करनाल की पुरानी सब्जी मंडी पहुंचेंगे और यहां से उनके नेतृत्व में पदयात्रा शुरू होगी। यह यात्रा सचदेवा स्वीट्स, कर्ण गेट, कमेटी चौक, पुराना बस स्टैंड, मानव सेवा संघ, अंबेडकर चौक से होते हुए गांधी चौक पर समाप्त होगी। इस दौरान सांसद दुकानदारों, व्यापारियों, राहगीरों और विभिन्न संस्थाओं के लोगों से मिलेंगे और उनकी समस्याओं को जानेंगे। वह इन समस्याओं और परेशानियों का समाधान बीजेपी से मांगेंगे। करनाल के बाद, यह अभियान अंबाला शहर, यमुनानगर, राई, पानीपत ग्रामीण, जुलाना, सोनीपत शहर, नारनौंद, जींद, बरोदा, हांसी, बावल और बादशाहपुर हलके में चलेगा।