जालंधर की एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) ने मंगलवार को Delhi में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए व्यूनाउ मार्केटिंग सर्विसेज लिमिटेड से जुड़े प्रमुख आरोपी आरिफ निसार को गिरफ्तार किया। यह गिरफ्तारी मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में की गई है, जिसमें कई कंपनियों ने निवेशकों को झांसा देकर क्लाउड पार्टिकल्स बेचने का दावा किया था, जबकि उनके पास इसका कोई इन्फ्रास्ट्रक्चर नहीं था।
आरिफ निसार की गिरफ्तारी पीएमएलए 2002 के तहत की गई और उसके पास से महत्वपूर्ण दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं। आरोपी को जालंधर की स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे 4 मार्च तक रिमांड मिला है। इस दौरान ईडी अन्य आरोपियों और रिकॉर्ड्स की भी जांच करेगी।

इस मामले में अब तक ईडी ने 180 करोड़ से ज्यादा के एसेट्स जब्त किए हैं, जिनमें लग्जरी गाड़ियां और प्रॉपर्टी शामिल हैं। इससे पहले जालंधर की टीम ने पंजाब, हरियाणा और मुंबई में करीब 2 दर्जन से ज्यादा जगहों पर छापेमारी की थी। जांच में व्यूनाउ मार्केटिंग सर्विसेज और संबंधित कंपनियों के जालसाजी के पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है, और मामले में आगे की कार्रवाई जारी है।