Paris Olympic की डबल मेडलिस्ट मनु भाकर बुधवार सुबह भारत लौट आईं। दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उनका जोरदार स्वागत हुआ। एयरपोर्ट से बाहर आते ही माता-पिता ने गले लगाकर उनका माथा चूम लिया।
मनु के साथ उनके कोच जसपाल राणा का भी जोरदार स्वागत हुआ। हरियाणा के झज्जर की रहने वाली मनु ने विमेंस इंडिविजुअल 10 मीटर एयर पिस्टल में और मिक्स्ड इवेंट में सरबजोत सिंह के साथ मिलकर ब्रॉन्ज जीते थे। वे एक ही ओलिंपिक में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय हैं। देश लौटने पर मनु ने कहा, ‘मैं बेहद खुश हूं कि इतना प्यार मिल रहा है।’
कुश्ती की शुरुआत
पानीपत के गांव अदियाना की निशा दहिया ने महज 13 साल की उम्र में कुश्ती की ट्रेनिंग शुरू की थी। वह अपने परिवार में सबसे छोटी बेटी हैं। निशा ने अपने किसान पिता के सपने को पूरा करने के लिए कुश्ती को चुना। निशा की मां बबली के अनुसार, उनकी बेटी 14 साल से लगातार कुश्ती की ट्रेनिंग कर रही हैं। निशा ने अंडर-16 2014 एशियन खेलों में थाईलैंड में पहला मेडल जीता था।
बचपन की शरारती और मेहनती
बचपन में निशा बहुत शरारती थी और दूध-दही बहुत खाती थी। बाद में निशा को जब पता लगा कि केवल दूध-दही से कुश्ती की जरूरत पूरी नहीं होती, तो उन्होंने अपने खानपान पर विशेष ध्यान दिया। निशा ने अपने अंतर्राष्ट्रीय मेडल के बाद 2015 में दिल्ली में एशियन गेम्स में सिल्वर मेडल जीता था। 2019 में सीनियर नेशनल गेम्स में गोल्ड, 2022 में ट्यूनिशिया में सिल्वर और 2023 में आस्थान में वर्ल्ड रेसलिंग में सिल्वर मेडल जीतकर ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई किया।