Jewar नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) पर आज इतिहास रचते हुए पहली विमान लैंडिंग सफलतापूर्वक संपन्न हुई। एशिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट में शामिल होने जा रहे इस प्रोजेकट ने देश के एविएशन क्षेत्र में एक नई ऊर्जा भरी है। इस ऐतिहासिक लैंडिंग के बाद उत्तर प्रदेश के जनपद गौतमबुद्धनगर का नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया और क्षेत्रवासियों का दो दशक से चला आ रहा सपना साकार हो गया।

दिल्ली के IGI एयरपोर्ट से भरी उड़ान
दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (IGI) एयरपोर्ट से इंडिगो एयरलाइंस के विमान ने परीक्षण के लिए उड़ान भरी और और 10 मिनट बाद जेवर एयरपोर्ट पर सफल लैंडिंग की। विमान में कोई यात्री सवार नहीं था। करीब डेढ़ घंटे तक परीक्षण जारी रहा। पायलट और एयर ट्रैफिक कंट्रोल के बीच सावधानीपूर्व समन्वय बनाए रखा गया।

केंद्रीय मंत्री राजमोहन नायडू रहे मौजूद
जेवर एयरपोर्ट पर विमान की पहली लैंडिंग के दौरान केंद्रीय मंत्री राजमोहन नायडू मौजूद रहे। स्थानीय सांसद डॉ. महेश शर्मा ने कहा कि गौतमबुद्धनगर के लिए आज बड़ा दिन है। इतिहास के पन्नों में स्वर्ण अक्षरों से लिखे जाने वाले इस दिन पर सभी क्षेत्रवासियों को बधाई दी। साथ ही, जेवर के विधायक धीरेंद्र सिंह भी इस मौके पर मौजूद रहे।

3.9 किलोमीटर लंबा बनाया गया रनवे
स्विटजरलैंड के ज्यूरिख एयरपोर्ट का रनवे करीब 3.9 किलोमीटर लंबा बनाया गया है। वर्ष 2001 में एयरपोर्ट बनाने की योजना बनी थी। इसके बाद कई बाद एयरपोर्ट प्रोजेक्ट आगरा शिफ्ट करने की तैयारी भी हुई, लेकिन वर्ष 2021 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जेवर में एयरपोर्ट का शिलान्यास किया।

पहले दिन 30 फ्लाइट सेवाएं होंगी शुरू
जेवर एयरपोर्ट की औपचारिक शुरुआत के बाद पहले ही दिन से 30 फ्लाईट सेवाएं शुरू हो जाएंगी। इनमें 25 सेवाएं राष्ट्रीय, 3 अंतरराष्ट्रीय और 2 कार्गों शामिल होंगी। इंडिंगो ओर अकासा एयरलाइंस देश के प्रमुख शहरों के लिए सेवाएं प्रदान करेंगी।