Greater Noida यमुना एक्सप्रेसवे के जीरो प्वाइंट पर चल रहे किसानों के धरने से 4 दिसंबर की रात कई किसान नेताओं की गिरफ्तारी की खबरें आ रही हैं। किसान एक बार नोएडा के दलिस प्रेरणा स्थल पर धरना देने की योजना बना रहे थे, इससे पहले ही पुलिस ने 30 से ज्यादा किसान नेताओं को गिरफ्तार कर लिया। यमुना एक्सप्रेसवे के जीरो प्वाइंट पर चल रहा धरना खत्म कराकर पुलिस का पहरा लगा दिया गया है। वहीं, पुलिस से बचकर कई किसान नेताओं के अंडरग्राउंड होने की खबरें भी आ रही हैं।
कुछ बड़ा करने की तैयारी में किसान!
पुलिस की कार्रवाई से बचने के लिए किसान अब आंदोलन को तेज करने की रणनीति बना रहे हैं। गिरफ्तारी से बचे किसान वीडियो के माध्यम से आंदोलन जारी रखने की बात कह रहे हैं। नेताओं का संदेश मिलते ही किसान आदोलन तेज कर सकते हैं। बृहस्पतिवार को फिर से किसानों ने जीरो प्वाइंट पर एकत्रित होने का आह्वान किया, लेकिन पुलिस ने धरना स्थल को पूरी तरह से घेरा हुआ है।
फिर दलित प्रेरणा स्थल पर जुटने की थी तैयारी
दो दिसंबर को संयुक्त किसान मोर्चा की अगुवाई में किसान संगठनों के कार्यकर्ता दिल्ली कूच के लिए निकले थे, लेकिन पुलिस ने दलिस प्रेरणा स्थल के सामने ही किसानों को रोक दिया था। किसानों ने दलित प्रेरणा स्थल पर ही धरना शुरू कर दिया था, लेकिन तीन दिसंबर की सुबह 100 से ज्यादा किसानों की गिरफ्तारी के बाद धरना खत्म करा दिया गया। इसके बाद किसान चार दिसंबर को जीरो ग्रेटर नोएडा में यमुना एक्सप्रेसवे के जीरो प्वाइंट पर जुट गए। गिरफ्तार किए गए किसानों ने वापस आकर यहीं से आंदोलन को हवा देने की तैयारी कर ली थी। बताया जा रहा है कि किसानों का एक बड़ा धड़ा फिर से दलित प्रेरणा स्थल की तरफ कूच करने की तैयारी में था, लेकिन पुलिस ने देर रात फिर से किसानों की गिरफ्तारी कर ली।
किसान बोले, 50 साल से नहीं मिला हक
आंदोलनरत किसानों का कहना है कि जिन किसानों की जमीन पर नोएडा ग्रेटर नोएडा यमुना सिटी और इंटरनेशनल एयरपोर्ट बन रहे हैं उन्हें उनका हक पिछले 50 सालों से नहीं मिला है। उनके विकसित आबादी प्लाट अभी तक नहीं मिले हैं। कोर्ट के आदेश के बाद भी 10 परसेंट के प्लाट नहीं दिए गए हैं। जिले में 3:50 लाख से अधिक किसान 10% के प्लाट की मांग से प्रभावित हैं।