Parliament Intrusion Case : हाई सिक्योरिटी के बीच संसद की सुरक्षा में चूक को लेकर कई सवालियां निशान खड़े हो रहे हैं। साथ ही मामले में अब नए खुलासे सामने आ रहे हैं। संसद में घुसपैठ को लेकर संसद सचिवालय ने 8 सुरक्षा कर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। जिसमें गणेश, अनिल, प्रदीप, विमित, रामपाल, अरविंद, नरेंद्र और वीरदास का नाम शामिल है। पुलिस सूत्रों की मानें तो आरोपियों ने पहले ही संसद के बाहर की रेकी कर ली थी। इस पूरी घटना में 6 लोग शामिल थे। जिसमें से 5 लोगों को पकड़ लिया गया है और एक की तलाश की जा रही है। सभी आरोपी एक सोशल मीडिया पेज भगत सिंह फैन क्लब से जुड़े बताए जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीरवार को संसद में केंद्रीय मंत्रियों के साथ बैठक की। बैठक के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी और अनुराग ठाकुर भी मौजूद रहे। वहीं गृह मंत्रालय ने संसद की सुरक्षा के उल्लंघन की घटना की जांच का आदेश दिया है। सीआरपीएफ के महानिदेशक अनीश दयाल सिंह के तहत एक जांच समिति गठित की गई है। जिसमें अन्य सुरक्षा एजेंसियों और विशेषज्ञों के सदस्य शामिल हैं। बताया जा रहा है कि करीब ड़ेढ़ वर्ष पहले सभी आरोपी मैसूर में मिले थे। अब आपस में एक-दूसरे को जानते हैं। आरोपी सागर जुलाई माह में लखनऊ से दिल्ली आया था, लेकिन वह संसद भवन में प्रवेश नहीं कर सका।

इसके बाद 10 दिसंबर को सभी आरोपी अपने-अपने राज्यों से दिल्ली पहुंचे थे। गुरुग्राम के सेक्टर-7 की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में एक साथ रूके हुए थे। घटना वाले दिन 13 दिसंबर को सभी इंडिया गेट के पास एकत्रित हुए, जहां सभी को कलर स्प्रे दिया गया। पुलिस की मानें तो शुरुआती जांच के अनुसार संसद सुरक्षा उल्लंघन का मुख्य साजिशकर्ता कोई और है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि गिरफ्तार लोगों के पास से कोई मोबाइल फोन बरामद नहीं हुआ। सभी से पूछताछ की जा रही है। दिल्ली पुलिस पकड़े गए आरोपियों के मोबाइल फोन भी खोज रही है।
संसद भवन परिसर के अंदर आगंतुकों का प्रवेश निलंबित कर दिया गया है। विपक्षी सांसद इस मुद्दे पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलने की योजना बना रहे हैं। बताया जा रहा है कि समिति संसद की सुरक्षा में सेंध के कारणों की जांच करेगी। जल्द संसद में सुरक्षा में सुधार के सुझावों सहित सिफारिशों के साथ अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। खामियों की पहचान करके आगे की कार्रवाई की सिफारिश करेगी।

गौरतलब है कि पुलिस की ओर से पकड़े गए 5 आरोपियों में से दो ने लोकसभा के दर्शक दीर्घा से छलांग लगाकर सांसदों की पंक्ति में कूद गए थे। ऐसा वीडियों में भी साफ देखा जा सकता है कि इनमें से एक शख्स टेबल के जरिये आगे बढ़ता दिखाई दे रहा है। संसद में कूदने वाले इन दोनों आरोपियों की पहचान सागर शर्मा और मनोरंजन के रूप में हुई है। इनमें से एक शख्स सागर शर्मा स्पीकर की ओर दौड़ रहा था। गुरजीत औजला और हनुमान बैनीवाल सहित कई सांसदों ने उसे घेर लिया और जमकर पिटाई की।
दूसरे शख्स मनोरंजन ने जूते में छिपाई स्मोक कैन को सदन में फेंक दिया। जिससे धुआं फैल गया। इसके बाद कुछ सांसद वहीं मौजूद रहे तो कुछ बाहर की तरफ दौड़े। इसके बाद दोनों को पकड़कर सिक्योरिटी के हवाले कर दिया गया था। उधर संसद परिसर में प्रदर्शन करने के दौरान केन लेकर धुंआ छोड़ने वालों की पहचान हरियाणा के जिला जींद के गांव घासो खुर्द निवासी नीलम और महाराष्ट्र के लातूर निवासी अमोल शिंदे के रूप में हुई है। वहीं मामले में पकड़े गए 5वें आरोपी का नाम विक्की बताया जा रहा है।

संसद में घुसपैठ मामले के चारों आरोपियों को खालिस्तानी आतंकी समूह सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) के गुरपतवंत सिंह पन्नू ने लीगल एड देने की पेशकश की है। उसने मामले में संदेश जारी करते हुए कहा कि वह आरोपियों को 10 लाख की कानूनी सहायता देगा। पूरे प्रकरण में उसकी संलिप्तता है, इस पर पन्नू ने कोई टिप्पणी नहीं की है। दिल्ली पुलिस ने एंटी टेरर और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत मुकदमा दर्ज किया है। लोकसभा सचिवालय के अनुरोध पर गृह मंत्रालय ने इस घटना की जांच का निर्देश जारी किए हैं।

केंद्रीय गृह मंत्री शाह से जवाब और आधिकारिक बयान देने की मांग
विपक्ष ने भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा पर हमला बोला है। जिनके जरिये सत्र के दौरान सदन में घुसपैठ करने वाले दो आरोपियों को पास जारी किए गए थे। आलोचना का सामना कर रहे सांसद सिम्हा के कार्यालय ने उनका बचाव किया है और कहना है कि सांसद आमतौर पर अपने निर्वाचन क्षेत्र के सदस्यों के ऐसे अनुरोधों पर विचार करते हैं। उधर कांग्रेस ने संसद की सुरक्षा के उल्लंघन पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से जवाब और आधिकारिक बयान देने की मांग की है। लोकसभा में गंभीर सुरक्षा उल्लंघन पर सरकार से जवाब और संसद के दोनों सदनों में गृह मंत्री अमित शाह से बयान की मांग की है।

केंद्रीय एजेंसियां आरोपियों से कर रही पूछताछ
बताया जा रहा है कि संसद भवन तक 5 लोग आए थे। यहां आने से पहले मनोरंजन, सागर शर्मा, नीलम और अमोल ने अपना मोबाइल ललित को दिया था। हंगामा शुरू होने के बाद वह मौके पर भाग गया। ललित के पास गिरफ्तार किए गए चार आरोपियों के मोबाइल हैं। दिल्ली पुलिस ललित की तलाश में जुटी है। माना जा रहा है कि ललित हरियाणा का रहने वाला है। हालांकि पुलिस आरोपी के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं निकाल पाई है। केंद्रीय एजेंसियां पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ कर रही है।

22 वर्ष पहले संसद में आतंकी हमले में सुरक्षाकर्मियों सहित 9 हो गए थे शहीद
गौरतलब है कि देश में लोकतंत्र के सबसे बड़े मंदिर पर 22 वर्ष पहले आतंकी हमला हुआ था। कार सवार पांच आतंकी सुरक्षाकर्मियों को चकमा देकर संसद भवन के परिसर में घुस आए थे। हथियारों और गोला-बारूद से लैस आतंकियों ने कार से उतरते ही ताबड़तोड़ गोलियां चलाई। जिससे संसद भवन के सुरक्षाकर्मियों सहित 9 लोग शहीद हुए थे। करीब 45 मिनट तक चली गोलीबारी के दौरान संसद भवन परिसर जंग का मैदान बन गया था। इस दौरान संसद भवन में कई सांसदों सहित 100 से ज्यादा वीवीआईपी मौजूद रहे।

इसके बाद कार सवार सभी पांचों हमलावरों को मार गिराया था। जिसके पास से एके-47, हैंड ग्रैनेड लांचर्स, पिस्टल व दूसरे हथियार बरामद हुए थे। जब उस घटना की जांच पड़ताल हुई तो सामने आया था कि संसद भवन में हमले की साजिश पाकिस्तान से रची गई। लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद ने हमले का प्लान तैयार किया था। इसके बाद पुलिस व जांच एजेंसियों ने जेकेएलएफ के आतंकी मोहम्मद अफजल गुरु, चचेरे भाई शौकत हुसैन गुरु, पत्नी अफशां और डीयू के प्रोफेसर एसएआर गिलानी को गिरफ्तार कर लिया था।