चंडीगढ़: हरियाणा सिविल सचिवालय में 18 फरवरी को हुए मधुमक्खी हमले के बाद सरकार ने इसे गंभीरता से लिया है। मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने इस समस्या के समाधान के लिए एग्रीकल्चर ACS राजा शेखर कुंडू को विशेष निर्देश दिए हैं। इसके बाद शनिवार दोपहर से ही सचिवालय परिसर को मधुमक्खी मुक्त बनाने का अभियान शुरू हो गया है।
मधुमक्खियों के हमले से मची थी अफरा-तफरी
18 फरवरी को दोपहर में मधुमक्खियों ने सचिवालय परिसर में हमला कर दिया, जिससे पूरे परिसर में भगदड़ मच गई। मधुमक्खियों ने कर्मचारियों और अधिकारियों को निशाना बनाया, जिसके चलते कई लोग कपड़े से खुद को ढककर जमीन पर बैठ गए।
सबसे ज्यादा विधानसभा स्पीकर हरविंद्र कल्याण के पॉलिटिकल सेक्रेटरी प्रभावित हुए, जिन्हें गंभीर हालत में एमएलए हॉस्टल की डिस्पेंसरी में भर्ती करवाया गया। हालांकि, अब उनकी स्थिति में सुधार है।
CISF जवानों ने बचाई कई जानें
हमले के दौरान CISF के जवानों ने बहादुरी दिखाते हुए कई लोगों को बचाया। कॉन्स्टेबल सुलेमान खान और हेड कॉन्स्टेबल विजय कुमार ने जैकेट और सुरक्षा तकनीकों का इस्तेमाल कर मधुमक्खियों को भगाने की कोशिश की। इस घटना के वीडियो भी सामने आए हैं, जिनमें CISF जवानों को मधुमक्खियों से खुद को बचाते हुए देखा जा सकता है।
अब बनेगा ‘मधुमक्खी फ्री जोन’
सरकार ने इस हमले को गंभीरता से लेते हुए सचिवालय परिसर को “मधुमक्खी फ्री जोन” बनाने का फैसला किया है। इलाके को पूरी तरह से सील कर दिया गया है और सोमवार तक इसे आधिकारिक रूप से मधुमक्खी मुक्त घोषित किया जा सकता है।